Mumbai attacks के साजिशकर्ता और लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के उप प्रमुख हाफिज अब्दुल रहमान मक्की की शुक्रवार, 27 दिसंबर को दिल का दौरा पड़ने से पाकिस्तान में मौत हो गई। मक्की पिछले कुछ दिनों से बीमार थे और उनका लाहौर के एक निजी अस्पताल में उच्च शर्करा स्तर का इलाज चल रहा था। मई 2019 में मक्की को पाकिस्तान सरकार ने गिरफ्तार कर लिया और लाहौर में नजरबंद कर दिया गया। 2020 में एक पाकिस्तानी अदालत ने भी उसे आतंकी वित्तपोषण से जुड़े मामलों में दोषी ठहराया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई। जनवरी 2023 में मक्की को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) द्वारा वैश्विक आतंकवादी भी घोषित किया गया था।
मक्की 26/11 के Mumbai attacks के लिए वित्तपोषण प्रदान करने में शामिल था, जिसमें 166 लोग मारे गए थे। आतंकवाद विरोधी अभियानों में कुल नौ आतंकवादी भी मारे गए और एक आतंकवादी आमिर अजमल कसाब को जिंदा पकड़ लिया गया। मुंबई आतंकी हमले के अलावा, मक्की लाल किला हमले में शामिल होने के कारण सुरक्षा एजेंसियों द्वारा भारत में एक वांछित आतंकवादी भी था, जहां छह (एलईटी) आतंकवादियों ने 22 दिसंबर, 2000 को लाल किले पर हमला किया था और गोलीबारी की थी। 2018 में वरिष्ठ पत्रकार और राइजिंग कश्मीर अखबार के प्रधान संपादक शुजात बुखारी और उनके दो सुरक्षा गार्डों की हत्या में भी मक्की का आतंकी संगठन लश्कर शामिल था।