किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि Khanauri Border पर चल रहे किसानों के धरने से भारत सरकार को फायदा हो रहा है. इससे पंजाब सरकार को नुकसान हो रहा है और सड़के बंद होने से सिख समुदाय परेशान है. उन्होंने कहा कि इसलिए केंद्र सरकार नहीं चाहती कि खनौरी बॉर्डर का धरना अभी खत्म होना चाहिए.
Khanauri Border फतेहाबाद के टोहाना में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया.
इसमें संयुक्त किसान मोर्चा के बड़े नेता पहुंचे और किसान आंदोलन को लेकर मंथन किया गया. इस बैठक में किसान नेता राकेश टिकैत, जोगेंद्र सिंह उगराहा, हरियाणा के किसान नेता जोगिंदर नैन सहित कई किसान नेता शामिल हुए.
Khanauri border पर 1000 से ज़्यादा किसानों ने छोड़ा खाना
इस महापंचायत में राकेश टिकैत ने किसानों को संबोधित किया और कहा कि इस बार जब किसान आंदोलन होगा तो किसान दिल्ली की ओर कूच करेंगे. लेकिन दिल्ली को अंदर से घेरने की बजाय केएमपी को घेरा जाएगा. ताकि दिल्ली चारों ओर से जाम हो सके. फिलहाल आंदोलन का समय निर्धारित नहीं किया गया है. किसानों की पंचायत जारी रहेगी और जब भी किसान आंदोलन होगा तो किसानों को सूचना मिल जाएगी.
मीडिया से बातचीत करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि हरियाणा सरकार एमएसपी के नाम पर किसानों को बेवकूफ बना रही है. सरकार उन पर एमएसपी देने की बात कहती है,
जिन फसलों की यहां पैदावार ही नहीं होती. Khanauri Border पर जो किसानों का धरना चल रहा है, उससे केंद्र सरकार को फायदा हो रहा है. इससे पंजाब सरकार की छवि खराब हो रही है और सड़के जाम होने से सिख समाज के कुछ लोग इस धरने से नाराज हैं. इसलिए केंद्र सरकार चाहती है कि यह धरना लंबा चले.
Khanauri Border राकेश टिकैत ने कहा कि किसान अलग-अलग तरीके से अपना आंदोलन कर रहे हैं.
700 के करीब पूरे भारत में किसान संगठन हैं और वह लगे हुए हैं. जब भी दिल्ली में आंदोलन होगा तो सभी किसान संगठन एक साथ नजर आएंगे और सभी मिलकर आंदोलन करेंगे
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