History of panjab:जानिए पंजाब का इतिहास,Punjab History in Hindi

History of panjab भारत देश का पंजाब राज्य सबसे समृद्ध राज्य है। साथ ही इसे सिक्ख धर्म का घर भी कहा जाता है। चंडीगढ़ शहर पंजाब की राजधानी है। कृषि ही पंजाब के लोगो का मुख्य व्यवसाय है और राज्य की अर्थव्यवस्था में इसका महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

 

Table of Contents

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History of panjab पंजाब राज्य का इतिहास और जानकारी

पंजाब राज्य की जानकारी
राज्य का नाम पंजाब
पंजाब की राजधानी चंडीगढ़
राज्य निर्मिती का साल १ नवंबर १९६६
राज्य की प्रमुख भाषाए पंजाबी हिंदी उर्दू अंग्रेजी।
क्षेत्रफल अनुसार राज्य का देश में स्थान १९
जनसँख्यानुसार राज्य का देश में स्थान १६
राज्य अंतर्गत कुल जिलों की संख्या २२
कुल तालुका ;तहसील ८२
 

 

History of panjab प्रमुख जानवर काला हिरन।
प्रमुख पक्षी उत्तरी क्षेत्र में पाया जानेवाला छोटे परो वाला बड़ा बाज
वित्तीय तथा राज्यनिहाय पंजाब राज्य की कोड संख्या
राज्य का परंपरागत नृत्य भंगड़ा।
राज्य का प्रमुख खेल कबड्डी।
राज्य का सबसे बड़ा जिला अमृतसर।

राज्य के लोगो की परंपरागत वेशभूषा तुर्बान पंजाबी कुर्ता और तहमत पायजामा पंजाबी सलवार सूट पंजाबी घागरा।
राज्य अंतर्गत कुल यूनिवर्सिटी ३१।
पंजाब राज्य का इतिहास
भारतीय राज्य पंजाब का निर्माण 1947 में भारत विभाजन के समय किया गयाए जिस समय पंजाब को भारत और पाकिस्तान में विभाजित किया जा रहा था। ज्यादातर प्रांत के मुस्लिम पश्चिमी भाग को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में शामिल किया गया और सिक्ख पूर्वी भाग को भारतीय पंजाब राज्य में शामिल किया गया।

 

History of panjab विभाजन के बाद बहुत से दंगे और आंदोलन हुए क्योकि बहुत से सिक्ख और मुस्लिम लोग पश्चिम में रहते थे

History of panjab
History of panjabHistory of panjab

बहुत से मुस्लिम लोह पूर्व में रहते थे। बहुत से छोटे पंजाबी प्रांतीय राज्य जैसे पटियाला को भी भारतीय पंजाब का ही भाग बनाया गया।

1950 में दो स्वतंत्र राज्यों का निर्माण किया गया पंजाब में भूतपूर्व राज प्रांत को शामिल किया गया जबकि पटियाला नाभा कपूरथला मलेरकोटला जींद फरीदकोट और कलसिया नामक प्रांतीय राज्यों को नये राज्य दी पटियाला और ईस्ट पंजाब स्टेट यूनियन में शामिल किया गया।

बहुत से प्रांतीय राज्य और काँगड़ा जिले को मिलाकर ही हिमाचल प्रदेश की स्थापना केंद्र शासित प्रदेश के रूप में की गयी। 1956 में को पंजाब में शामिल कर लिया गया और हिमालय में पंजाब के बहुत से उत्तरी जिलो को हिमाचल प्रदेश में शामिल कर लिया गया।

 

 

History of panjab पंजाब राज्य के जिले

इस राज्य में कुल 22 जिले है। पंजाब को मालवा माझा और दोआबा नामक तीन क्षेत्रो में विभाजित किया गया है। पंजाब के मालवा क्षेत्र में 11 जिले है। क्षेत्र के मुख्य जिलो में लुधियाना मोहाली संगरूर भटिंडा और पटियाला है। पठानकोट अमृतसर और दुरदासपुर माझा जिले में शामिल है।

यहाँ के दोआबा क्षेत्र में होशियारपूर, जालंधर, नवानशहर और कपूरथला शामिल है। उत्तर भारत के प्रमुख और समृध्द राज्य में से एक पंजाब के अंतर्गत कुल जिले मे क्षेत्रफल की दृष्टी से अमृतसर सबसे बड़ा जिला हैए यहाँ हम पंजाब के सभी २२ जिलों पर एक नजर डालेंगे जैसे केय

 

पंजाब के जिलों को सूचीHistory of panjab

अमृतसर
भटिंडा
फरीदकोट
फ़ज़िल्का
फतेहगढ़ साहिब
बर्नाला
फिरोजपुर
गुरुदासपुर
मनसा
होशियारपुर
मोगा
जालंधर
कपूरथला
लुधियाना
तर्न तरण
श्री मुक्तसर साहिब
संगरूर
पठानकोट
पटियाला
रूपनगर
साहिबज़ादा अजित सिंह नगर
शहीद भगत सिंह नगर
पंजाब राज्य का धर्म

आज पंजाब के ज्यादातर क्षेत्र में सिक्ख धर्म के लोग रहते है जिनकी उत्पत्ति पहले सिक्ख गुरु नानक की शिक्षा से हुई है। राज्य में ज्यादातर हिन्दू धर्म के लोग रहते है लेकिन यहाँ मुस्लिम धर्म के भी प्रयाप्त लोग रहते है।

राज्य में कुछ जगहों पर क्रिस्चियन और जैन धर्म के लोग भी रहते है। पंजाब की कुल जनसँख्या के 2/5 भाग में हिन्दू रहते है और अनुसूचित जाति में गिने जाने वाले सिक्ख धर्म के लोग साधारणतः निचले स्तर पर आते है।

 

History of panjab पंजाब राज्य की भाषा

History of panjab
History of panjab

पंजाबी ही पंजाब की अधिकारिक भाषा है। हिंदी के साथ यहाँ ज्यादातर पंजाबी भाषा का ही प्रयोग किया जाता है। साथ ही बहुत से लोग अंग्रेजी और उर्दू भाषा भी बोलते है।

History of panjab पंजाब राज्य का नृत्य
भांगड़ा भांगड़ा नृत्य और संगीत का एक प्रकार है जिसकी उत्पत्ति पंजाब क्षेत्र से ही हुई। भांगड़ा डांस की शुरुवात लोक नृत्य के रूप में होती हैए जिसे पंजाबी किसान फसल के मौसम में मनाते है। इंग्लैंड कनाडा और में भी पंजाबी लोगो ने इस लोक नृत्य को प्रसिद्ध बनाया है। वर्तमान में भांगड़ा नृत्य के विविध प्रकार देशभर में दिखाई देते है।

पंजाब फिल्म इंडस्ट्रीHistory of panjab
यह राज्य पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री का घर है इसे पॉलीवूड भी कहा जाता है। यह भारत के तेजी से बढ़ रहे फिल्म उद्योगों में से एक है। यह चंडीगढ़ शहर के आस.पास ही बसा हुआ है। 1936 में पहली पंजाबी फिल्म बनाई गयी। सन 2000 से हर साल बहुत सी पंजाबी फिल्म रिलीज़ हो रही है बहुत सी पंजाबी फिल्मो में बॉलीवुड फिल्म अभिनेताओ ने भी काम किया है।

पंजाब राज्य का भोजन History of panjab
पंजाबी भोजन की मुख्य बात यहाँ के व्यंजनों की विविध श्रेणी है। यहाँ के व्यंजनों में ज्यादा मात्रा में घी का उपयोग किया जाता है। पंजाबी के कुछ प्रसिद्ध व्यंजनों में मक्की दी रोटी सरसों दा साग शमी कबाब तंदूरी चिकनए इत्यादि शामिल है।

panjab Official Webside

पंजाब राज्य के उत्सव History of panjab
पंजाबी बहुत से महोत्सव मनाते है और बहुत से महोत्सवो को देशभर में भी मनाया जाता है। कुछ प्रसिद्ध महोत्सवो में बंदी छोर दिवस ;दिवाली लोहरी मेला माघी होला मोहल्ला राख्री वैसाखी तीयान और बसंत। इस उत्सवो के अलावा राष्ट्रिय उत्सव भी बड़ी धूम.धाम से मनाये जाते है।

 

पंजाब राज्य के प्रमुख शिक्षा संस्थान यूनिवर्सिटी History of panjab

लव्हली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी फगवाड़ा
गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर
गुरु काशी यूनिवर्सिटी
पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटीए लुधियाना
संत बाबा भाग सिंह यूनिवर्सिटी
बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस फरीदकोट
गुरु अंगद देव वेटरिनरी एंड एनिमल सायंस यूनिवर्सिटी लुधियाना
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी साहिबज़ादा अजित सिंह नगर
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ़ पंजाब भटिंडा
श्री गुरु ग्रंथ साहिब वर्ल्ड यूनिवर्सिटी फतेहगढ़ साहिब

पंजाब राज्य की प्रमुख नदियाँ History of panjab

चिनाब
हारो
कोरांग
झेलम
रावी
बियास
सतलज
पंजनाद
सोअन
चक्की

पंजाब राज्य की जानीमानी हस्तियाँ History of panjab

शहीद भगत सिंह

भारत के स्वतंत्रता संग्राम के युवा क्रांतिकारी भगत सिंह मूलतः पंजाब राज्य से ही थेए जिनका नाम पुरे भारत में गर्व से लिया जाता है। अंग्रेजो से देश के स्वाधीनता संग्राम में लड़ते हुए अपने प्रभावी व्यक्तित्व और साहसी कार्यो के बदौलत इन्होने अनेक मुहिमों को अंजाम दिया तथा युवा साथियो के संघठन से साल १९३१ तक ब्रिटिश सरकार के जुल्मो को कड़वा प्रतिकार दिया।

भगत सिंह देश के उन विरले क्रांतिकारियों में से एक थे जिनके पास बुध्दिबल के साथ साथ दूरदृष्टि भी थी इस महान क्रांतिकारी ने देश के खातिर प्राणो का बलिदान किया जिन्हे देश आज शहीद.ए .आजम भगत सिंह के नामसे आदरपूर्वक स्मरण करता है। ऐसे देशभक्त क्रांतिकारियों को विनम्र अभिवादन जिनके अनमोल योगदान ने भारत को स्वतंत्रता दिलाई।

२ युवराज सिंह

भारतीय क्रिकेट टीम के युवराजऔर बाए हाथ के धुँवाधार बल्लेबाज युवराज सिंह भी मूलतः पंजाब राज्य में जन्मे और पले बढे है आंतरराष्ट्रिय करियर में क्रिकेट के तीनों भी फॉर्मेट टेस्ट एकदिवसीय तथा ट्वेंटी ट्वेंटी के खेल में इनके लाजवाब प्रदर्शन ने दर्शको का दिल जित लिया था।

साल २००८ के ट्वेंटी ट्वेंटी विश्वकप में तथा साल २०११ के विश्वकप में युवराज भारतीय टीम के सदस्य थे जिसमे उनके बेहतरीन बल्लेबाजी और गेंदबाजी के बदौलत भारत ने ये दोनों भी विश्वकप अपने नाम कर लिए थे।

इंग्लैंड के गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड को छह गेंद में छह छक्के लगाने वाले युवराज सिंह को शायद ही कोई भूल पायेगा भारतीय टीम के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में इनका नाम दर्ज है जिनके नाम कई सारे विश्व कीर्तिमान स्थापित है।

भलेही युवराज ने क्रिकेट के खेल से सन्यास लिया है पर आज भी उनके पुराने मैचेस देखने के बाद उनके खेल के प्रति समर्पण और योगदान की तारीफ किये बगैर दर्शक रह नहीं पाते ऐसे उमदा खिलाडी को जीवन के आगे के पड़ाव के लिए बहुत बहुत शुभकामनाए और तह दिल से धन्यवाद।

३ मिल्खा सिंह

History of panjab ष्फ्लाइंग सिख के नामसे मशहूर भारतीय एथलीट मिल्खा सिंह का जन्म भी भारत के पंजाब राज्य में हुआ थाए जहा उन्होंने शुरुवाती दिनों में भारतीय सेना में शामिल होने का निर्णय लिया और उनकी ये तमन्ना पूरी भी हुई थी। इनके अंदर की स्फूर्ति और दौड़ने की गति को देखकर भारतीय सेना की ओर से खेल में दिए जाने वाले खेल कोटा में इन्हे दौड़ने की प्रतियोगिता में शामिल होने का मौका दिया गया थाए जिसमे एशियाई प्रतियोगिता तथा कॉमन वेल्थ गेम में इन्होने उस मौके का सोना कर दिया।

मिल्खा सिंह उस समय एकमात्र भारतीय खिलाडी थे जिन्होंने ४०० मीटर की प्रतियोगिता में एशियाई और कॉमन वेल्थ प्रतियोगिता में गोल्ड मैडल भारत के नाम कर दिए थे।

साल १९६० के ओलिंपिक प्रतियोगिता में इन्हे पहले चार क्रम में स्थान प्राप्त हुआ था जिसका महत्व भी भारत के दृष्टी से काफी ज्यादा थाए इस प्रकार से भारतीय सेना में सेवा देते हुए देश के गौरव को बढ़ाने का महत्वपूर्ण कार्य भी मिल्खा सिंह जी ने किया। इनके इस महत्वपूर्ण योगदान के लिए देश और देशवासियों की तरफ से इनको बहुत बहुत धन्यवाद।

हरगोविंद खुराना

History of panjab भारतीय वंश के जैवरसायन विज्ञानी हर गोविंद खुराना का जन्म भी तत्कालीन भारतीय राज्य पंजाब में हुआ था जिनको चिकित्सा क्षेत्र में किये संशोधन हेतु प्रतिष्टित पुरस्कार नोबल भी प्राप्त हुआ था। जनुकीय कोशिकाओं में किये गए अनमोल संशोधन के बदौलत देश और दुनिया में इनको आदर के साथ पहचाना जाता है ऐसे महान विज्ञानी को विनम्र अभिवादन।

सनी देओल

हिंदी सिनेजगत बॉलीवुड के प्रसिध्द अभिनेता सनी देओल को भलेही कोई ऐसा हो जो जानता नहीं हो कई दर्जन उत्कृष्ट फिल्मो में इन्होने अपने बेहतरीन अदाकारी और अभिनय से दर्शको के दिलो पर कई सालो तक राज किया।

History of panjab इनकी अधिकतर फिल्मे देशभक्ति पर आधारित है जिसमे बखूबी इन्होने अपने अभिनय का लोहा मनवाया और दर्शको को काफी ज्यादा मनोरंजित किया नब्बे के दशक से लेकर साल २०१८ तक इन्होने ढेर सारे फिल्मो में काम किया जिसमे इनकी बॉर्डर ग़दर इंडियन दामिनी घायल आदि फिल्मो को दर्शको द्वारा काफी पसंद किया गया।

History of panjab सनी देओल भी मूलतः पंजाब राज्य से आते है जिनके पिता धर्मेंद्र देओल भाई बॉबी देओल और चचेरे भाई अभय देओल भी फिल्म अभिनेता है इन सभी को जीवन के आगे के सफर के लिए बहुत सारी शुभकामनाएँ। इन सबके अलावा पंजाब की अन्य जानी भी कुछ जानीमानी हस्तियाँ निचे दिए हुए तौर पर है जैसे

कपिल देव
कवियत्री अमृता प्रीतम
गुरु नानक देव जी
किरण बेदी
महाराजा रणजीत सिंह जी
फिल्म एक्शन निर्देशक वीरू देवगन
अभिनेता अक्षय कुमार
हास्य कलाकार कपिल शर्मा
क्रिकेटर हरभजन सिंह
एयरटेल कम्युनिकेशन के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल
अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा
फिल्म निर्देशक शेखर कपूर
फिल्म कलाकार अमरीश पूरी

गायक मोहम्मद रफ़ी
फिल्म निर्माता यश चोपड़ा
स्वतंत्रता सेनानी लाला लजपत राय
कैप्टन अमरिंदर सिंह
भारत के पूर्व राष्ट्रपति ग्यानी झैल सिंह
कुश्ती के खिलाडी दारा सिंह
संत बुल्लेशाह
पंजाब के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल

History of panjab पंजाब राज्य में बहुत से पर्यटन स्थल है। जबकि यह सभी स्थान राज्य के विविध शहरो में स्थापित है। इनमे से कुछ प्रसिद्द पर्यटन स्थल निम्न है

गोल्डन टेम्पल ;अमृतसर
जगतजीत पैलेस ;कपूरथला
रॉक गार्डन ;चंडीगढ़
बीर मोटी बाघ अभयारण्य ;पटियाला
महाराजा रणजीत सिंह वॉर म्यूजियम ;लुधियाना
भटिंडा प्राणी उद्यान ;भटिंडा
शहीद.ए.आज़म सरदार भगत सिंह म्यूजियम ;जालंधर
नूरपुर किला ;पठानकोट

History of panjab जिंदगी में एक बार आपको अवश्य ऐसे महमोहक राज्य की यात्रा करनी चाहिए।

 

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