राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े व्यक्तियों को कट्टरपंथी बनाने और आतंकवादी प्रचार प्रसार से जुड़े मामले में Jammu Kashmir, असम, महाराष्ट्र, यूपी और गुजरात में 19 स्थानों पर तलाशी ले रही है। इसी बीच जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े व्यक्तियों को कट्टरपंथी बनाने और आतंकवादी प्रचार प्रसार से जुड़े एक मामले में झाँसी में मुफ्ती खालिद के आवास पर तलाशी लेने पर स्थानीय लोगों ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
छापेमारी का उद्देश्य आतंकवादी प्रचार के प्रसार को बाधित करना और चरमपंथी भर्ती गतिविधियों का मुकाबला करना है। सूत्रों के मुताबिक, एनआईए इस बात की जांच कर रही है कि कैसे संदिग्धों ने युवाओं को कट्टरपंथी बनाया और उन्हें जैश-प्रेरित जमात संगठन में शामिल किया। हालिया ऑपरेशन अक्टूबर में महत्वपूर्ण घटनाक्रम के बाद हुआ है जब एनआईए ने असम, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और Jammu Kashmir में 26 स्थानों की तलाशी के बाद शेख सुल्तान सलाहुद्दीन अयूबी, जिसे अयूबी के नाम से भी जाना जाता है, को गिरफ्तार किया था। अयूब को साजिश मामले आरसी-13/2024/एनआईए/डीएलआई में उनकी भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया था।