बदायूँ में मेडिकल स्टोर की आड़ में नशे का कारोबार, पुलिस ने मारा छापा तो हुआ बड़ा खुलासा

बदायूँ में मेडिकल स्टोर की आड़ में नशे का कारोबार, पुलिस ने मारा छापा तो हुआ बड़ा खुलासा बदायूं।शहर समेत देहात क्षेत्र तक के मेडिकल…

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बदायूँ में मेडिकल स्टोर की आड़ में नशे का कारोबार, पुलिस ने मारा छापा तो हुआ बड़ा खुलासा

बदायूं।शहर समेत देहात क्षेत्र तक के मेडिकल स्टारों पर नशे का कारोबार हो रहा है। इसकी शिकायत पुलिस को लगातार मिल रही थी। शहर में एसपी सिटी, सीओ सिटी ने शनिवार शाम सात बजे से छापामार कार्रवाई शुरू की। इस दौरान एक मेडिकल स्टोर संचालक विनोद युवाओं को नशे का इंजेक्शन लगाता मौके पर पकड़ा गया। पुलिस उसको थाने ले आई। जांच में सामने आया कि एक ही लाइसेंस से तीन मेडिकल स्टोर संचालित हो रहे हैं। कार्रवाई के दौरान बड़ी मात्रा में बरामद हुए नशे के इंजेक्शन व नशीली दवाओं को सील कर दिया गया, लेकिन मेडिकल स्टोरों को सील नहीं किया जो शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।

सीओ सिटी आलोक मिश्रा ने बताया कि सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में ओवरब्रिज के पास लक्ष्मी मेडिकल स्टोर पर नशे के इंजेक्शन बेचे जाने की सूचना मिली थी। एक दिन पहले सादा वर्दी में पुलिसकर्मी को भेजकर इंजेक्शन मंगवाया भी गया।इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट समेत पुलिस बल लेकर वहां छापामारी की गई। भारी मात्रा में नशे के इंजेक्शन मिले। मेडिकल स्टोर के पास ही एक नाला है।जिसमें इस्तेमाल हो चुके इंजेक्शन भी पुलिस ने बरामद किए हैं।

मेडिकल संचालक विनोद को पुलिस ने हिरासत में लिया और उसे थाने ले आई। वहीं ड्रग विभाग की टीम को बुलाया गया। औषधि निरीक्षक लवकुश प्रसाद पुलिस अधिकारियों को तीन घंटे तक चकमा देते रहे। जब लगा कि अब मामला बहुत बढ़ गया। डीएम व सिटी मजिस्ट्रेट के संज्ञान में मामला पहुंच गया है तो रात करीब 10 बजे शहर के मिशन स्कूल के पास लक्ष्मी मेडिकल स्टोर पर पहुंचे। टीम ने मेडिकल का निरीक्षण किया तो वहां प्रतिबंधित दवाएं भी भारी तादाद में मिली हैं।

युवाओं को बेचता था इंजेक्शन:-बताया जाता है कि मेडिकल स्टोर संचालक इलाके के तमाम युवाओं को नशे के इंजेक्शन बेचता था। पास में ही गर्ल्स कॉलेज भी है।इसके बावजूद उसने इसकी परवाह नहीं की। ये इंजेक्शन बाजार में पूरी तरह प्रतिबंधित बताए जा रहे हैं। एसएचओ सिविल लाइंस संजय कुमार ने बताया कि आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस के तहत एफआईआर लिखी गई है।

मेडिकल स्टोर सील नहीं किए:-पुलिस ने तो इंजेक्शन व दवाओं को सील कर संचालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली।आरोपी को जेल भेजा गया है।वहीं औषधि विभाग ने मेडिकल स्टोर को सील करने की जहमत नहीं की है। औषधि निरीक्षक लवकुश प्रसाद का कहना है कि वह बाहर थे जैसे ही सूचना मिली वैसे से वह मुख्यालय के लिए रवाना हो गए थे। आने में करीब तीन घंटे लग गए। प्रतिबंधित दवाएं बरामद हुई हैं। कठोर कार्रवाई कराई जा रही है। दवाओं को सील किया गया है। जांच पूरी होने के बाद स्टोर को भी सील कराने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।समर इंडिया

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