गैर जिलों में तो नही बेची जा रही ट्रांसफॉर्मर से चोरी हुई कॉपर..
शातिर चोर दो ट्रांसफार्मर को अपना निशाना बनाकर लाखों का तेल और कॉपर कर चुके हैं चोरी
बदायूँ।जिले में लगातार हो रही ट्रांसफॉर्मर की चोरी को लेकर विद्युत निगम और बिजली विभाग पर भी सवाल उठाने शुरू हो गए हैं।एक ट्रांसफॉर्मर को लगाने या हटाने के लिए के लिए विधुत निगम को सभी संसाधन होने के बाद भी लगभग एक घंटे से ज्यादा का समय लगता है।लेकिन वहीं चोर कुछ मिनटों में ही ट्रांसफॉर्मर चोर कर उसके अंदर लगी कॉपर, तेल व अन्य जरूरी सामान चोरी कर लेते हैं।इसकी भनक न तो विधुत निगम के अधिकारियों को लगती है और न ही पुलिस को।ऐसे में दोनों विभागों पर सवाल उठना लाजिमी है।ट्रांसफॉर्मर चोरी करके कॉपर और तेल रामपुर मुरादाबाद य संभल भेजा जा रहा है।क्योंकि तीनों ही जिलों के बॉर्डर बदायूं से सटे हुए हैं।
जिले में 15 दिन के अंदर ट्रांसफॉर्मर चोरी की यह दूसरी वारदात है।पहली वारदात 14 दिसंबर को उधैती थाना क्षेत्र के करियामई में गांव में हुई। यहां चोरों ने गांव के बाहर रखा ट्रांसफॉर्मर चोरी कर लिया और उसमें लगी कॉपर, तेल चोरी करके बॉडी को जंगल में फेंक दिया।जिसकी वजह से गांव के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। अब चोरी की दूसरी घटना मुड़िया धुरेकी के मोहल्ला पड़ाव में हुई है।यहां चोरों ने प्लेटफार्म से ट्रांसफॉर्मर चोरी करके बड़ी आसानी से उसका कॉपर,तेल व अन्य जरूरी सामान निकाल लिया। जिससे विभाग को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।
ट्रांसफॉर्मर चोरी होने के पीछे क्या वजह है और विभाग को क्यों पता नहीं चल पता इसको लेकर भी सवाल उठाने लगे हैं।चोरी की लगातार हो रही घटनाओं की वजह से पुलिस की गश्त को लेकर भी सवाल उठाने शुरू हो गए हैं। अगर पुलिस समय से गश्त करें तो शायद इस तरह की चोरी की घटनाएं न हो।अगर पुलिस ने समय से गश्त की होती तो शायद यह ट्रांसफॉर्मर भी चोरी नहीं होता।विधुत निगम के अधिकारियों की माने तो ट्रांसफॉर्मर चोरी करने वाले गैंग चैन का इस्तेमाल कर लाइन को रोक देते हैं।और चोरी की घटना को अंजाम देते हैं।
रिपोर्ट – जयकिशन सैनी (समर इंडिया)