Chandigarh : MSP समेत विभिन्न मांगों को लेकर शंभू बॉर्डर पर किसान अड़े हुए हैं. दिल्ली कूच करने को लेकर किसान भारी संख्या में बॉर्डर पर जमा हैं. वहीं, पुलिस का दावा है कि किसानों ने कई बार पथराव भी किया. ऐसे में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस की ओर से कई बार आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए. पुलिस और किसान के बीच गहमागहमी में कई पुलिसकर्मी और किसान भी घायल हुए हैं. किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा सरकार ने प्रदेश के सात जिलों में एक बार फिर से इंटरनेट सेवा पर पाबंदियों का बढ़ा दिया है. वहीं, तीन दौर की बातचीत के बाद आज एक बार फिर से किसान और सरकार के बीच चौथे दौर की बैठक होने वाली है.
कुरुक्षेत्र ब्रह्म सरोवर पर मीटिंग गुरनाम सिंह चढूनी की बैठक: किसान आंदोलन को लेकर भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप के नेता गुरनाम सिंह चढूनी आज कुरुक्षेत्र ब्रह्म सरोवर पर बैठक कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि गुरनाम सिंह चढूनी आज कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. इस बैठक में चढूनी गुट के साथ अन्य किसान संगठन, मजदूर संगठन, सरपंच और खाप पहुंचे हैं. यह बैठक किसान आंदोलन को लेकर रखी गई है.
हरियाणा के इन जिलों में इंटरनेट सेवा पर पाबंदी बढ़ी: किसान आंदोलन के चलते हरियाणा के सात जिलों में इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी 2 दिन और बढ़ाई गई है. आदेश के अनुसार अब 19 फरवरी रात 12 बजे तक इंटरनेट सेवा पर पाबंदी रहेगी. जिन जिलों में इंटरनेट सेवा पर पाबंदी है उनमें अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा में इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी.
आज किसानों के साथ चौथे दौर की बातचीत: वैसे तो किसानों के साथ सकारात्मक माहौल में तीन दौर की बातचीत हुई है. पहले दौर की बातचीत 8 फरवरी को हुई थी, जबकि दूसरे दौर की बातचीत किसानों के दिल्ली कूच से पहले 12 फरवरी को हुई थी. किसानों ने 13 फरवरी को दिल्ली कूच शुरू किया. वहीं, किसानों के साथ तीसरे दौर की बैठक 15 फरवरी को हुई. लेकिन, किसानों और सरकार के बीच पूर्ण रूप से सहमति नहीं बनी. बताया जा रहा है कि तीसरे दौर की बैठक में भी कुछ मुद्दों पर पेंच फंसा रह गया. अब आज शाम 6 बजे (रविवार, 18 फरवरी को) एक बार फिर से चंडीगढ़ में चौथे दौर की बैठक होनी हैं. पहली और तीसरी बैठक में केंद्रीय मंत्रियों के अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी मौजूद थे.
15 फरवरी को हुई बैठक के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा था “बहुत ही सकारात्मक माहौल में किसान संगठनों से बातचीत हुई है और सरकार एक बार फिर किसानों से 18 फरवरी को चौथे दौर की बातचीत करेगी. कुछ मांगों पर कमेटी के अध्ययन के बाद फैसला लेने के लिए कहा गया है.”