Army doctors ने पांच दिन में 350 से अधिक मोतियाबिंद सर्जरी की

नयी दिल्ली: Army doctors ने पांच दिन में 350 से अधिक मोतियाबिंद सर्जरी करने के साथ साथ 500 से अधिक उच्च मानक के चश्मे निशुल्क वितरित किये हैं।

गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले J&K में फायरिंग, Indian Army ने भी दिया जवाब

रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि सेना ने 20 मार्च को पश्चिम बंगाल के बागडोगरा स्थित 158 बेस अस्पताल में अत्याधुनिक नेत्र शल्य चिकित्सा शिविर का आयोजन किया। पांच दिन के इस शिविर में सेना अस्पताल (रिसर्च एंड रेफरल) नई दिल्ली, बेस हॉस्पिटल, दिल्ली कैंट और कमान हॉस्पिटल लखनऊ की विशेषज्ञ Army doctors  ने पूर्व सैनिकों को उन्नत चिकित्सा सुविधा प्रदान की।

शिविर में कुल 1,752 पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों की मोतियाबिंद सहित विभिन्न नेत्र संबंधी बीमारियों की जांच की गई। पांच दिनों में कुल मिलाकर 350 से अधिक मोतियाबिंद सर्जरी की गयी। इसके अलावा, 500 से अधिक उच्च-मानक के चश्मे निःशुल्क वितरित किए गए।

शीर्ष-स्तरीय उपकरणों और उच्च-गुणवत्ता वाले लेंसों के इस्तेमाल से यह सुनिश्चित किया कि रोगियों को सर्वोत्तम संभव देखभाल मिले। शिविर का सबसे बड़ा आकर्षण नेपाल से आए नेत्र रोगी थे। कुल 17 भूतपूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों की नेत्र संबंधी बीमारियों की जांच की गई और उनमें से कुछ को उच्च गुणवत्ता वाले लेंस के साथ निःशुल्क मोतियाबिंद सर्जरी की गई।

Army doctors  एक लाख से अधिक सफल मोतियाबिंद, विट्रोरेटिनल, अपवर्तक और ग्लूकोमा सर्जरी करने का श्रेय दिया जाता है

इस पहल का नेतृत्व ब्रिगेडियर संजय कुमार मिश्रा ने किया जो नेत्र शल्य चिकित्सक और आर्मी हॉस्पिटल (रिसर्च एंड रेफरल), नई दिल्ली में नेत्र रोग विभाग के प्रमुख हैं। ब्रिगेडियर एसके मिश्रा को एक लाख से अधिक सफल मोतियाबिंद, विट्रोरेटिनल, अपवर्तक और ग्लूकोमा सर्जरी करने का श्रेय दिया जाता है।

Army doctors ने कहा कि शिविर के माध्यम से पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम और यहां तक ​​कि नेपाल के विशाल क्षेत्र में फैले हिमालय की तलहटी में राष्ट्र के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले दिग्गजों के दरवाजे पर विश्व स्तरीय उपचार पहुंचाया गया है।

Leave a Comment