नई दिल्ली। Delhi में रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों की आबादी दो दशक में इतनी तेजी से बढ़ी है कि ये सुरक्षा के साथ ही समाज के लिए बड़ा खतरा हो गए हैं। इससे दिल्ली के कुछ क्षेत्रों की जनसांख्यिकी में तेजी से बदलाव आया है। दिल्ली में यदि उन्हें चिह्नित कर धरपकड़ कर उनके देश वापस भेजा जाए, तो यमुना खादर क्षेत्र का बड़ा हिस्सा खाली हो जाए।
झुग्गी बस्ती काफी कम हो जाएंगी और अपराध के ग्राफ में गिरावट आएगी, लेकिन राजनीतिक शह व शरण से Delhi समेत देश के भविष्य को दांव पर लगाया जा रहा है। 2003 में तत्कालीन पुलिस आयुक्त अजय राज शर्मा ने हर जिले में एक-एक बांग्लादेशी सेल का गठन करवाया था। बांग्लादेशी सेल उन दिनों खूब सक्रिय था।