सिपाही के फार्म हाउस में बंधक बना व्यापारी,बरेली पुलिस ने मामले को दबाया

सिपाही के फार्म हाउस में बंधक बना व्यापारी,बरेली पुलिस ने मामले को दबाया अपहरण में सिपाही का हाथ, बरेली पुलिस ने किया मामले को रफा-दफा बदायूं। व्यापारी के अपहरण का …

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सिपाही के फार्म हाउस में बंधक बना व्यापारी,बरेली पुलिस ने मामले को दबाया
अपहरण में सिपाही का हाथ, बरेली पुलिस ने किया मामले को रफा-दफा
बदायूं। व्यापारी के अपहरण का जिस सिपाही पर आरोप है वह हाल ही के दिनों में दो बार निलंबित हो चुका है। इस समय भी निलंबित चल रहा है। हालांकि पुलिस ने इस मामले में उसे बचाते हुए छोड़ दिया है। इस मामले में बरेली की सुभाष नगर पुलिस ने तीन आरोपियों का शांतिभंग की धाराओं में चालान करके मामले को रफा- दफा कर दिया।
शहर कोतवाली क्षेत्र के पथिक चौक निवासी तुषार गुप्ता फर्नीचर कारोबारी हैं। उनके भाई सागर ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर कहा है कि तुषार गुप्ता को कुछ लोग कार में डालकर ले गए हैं। रविवार की देर शाम पुलिस को पता चला कि बरेली के सुभाष नगर थाने में तुषार गुप्ता मौजूद है। रुपये के लेनदेन को लेकर कारोबारी को बंधक बनाकर बरेली में एक सिपाही के फार्म हाउस में रखा गया था।
सिपाही बदायूं जिले में तैनात है। बरेली की सुभाष नगर पुलिस ने सिपाही समेत चार लोगों को हिरासत में ले लिया था। हालांकि बाद में सिपाही को छोड़ दिया गया, जबकि शुभम गुप्ता निवासी एकता विहार सिविल लाइंस रामपुर, सनी कश्यप निवासी शेखूपुरा सिविल लाइंस बदायूं, विशाल निवासी चौधरी सराय बदायूं का शांतिभंग की धाराओं में चालान कर दिया। बताया जाता है की जब कारोबारी मिल गया तो उनके परिजनों ने कोई भी कार्रवाई करने से इन्कार कर दिया।
जिस सिपाही के फार्म हाउस पर कारोबारी को रखा गया था,वह बदायूं जिले में तैनात है। इस समय वह निलंबित चल रहा है। समय-समय पर उसका नाम चर्चाओं में आता रहता है। सीओ संजीव कुमार ने बताया कि सभी कार्रवाई बरेली में हुई है। अगर सिपाही ने अपने फार्म हाउस पर उसे बंधक बनाकर रखा है तो जांच कर सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बरेली के सुुभाष नगर थाने के प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि 112 पुलिस को सूचना मिली थी। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां पर तुषार गुप्ता समेत चार लोग मौजूद थे। थाने लाया गया तो तुषार गुप्ता ने बताया कि उसे बंधक बनाकर नहीं रखा गया है। बाद में पता चला कि इस मामले की तहरीर कोतवाली पुलिस को दी गई है तो बदायूं पुलिस को बताया गया, लेकिन कोई आरोपी को लेने के लिए नहीं पहुंचा। इसलिए शांतिभंग में चालान कर दिया। फार्म हाउस सिपाही का नहीं, बल्कि उसके भाई का है। सिपाही को भी बुलाया गया था। वह अपनी तैनाती वाले स्थान पर ही था।रिपोर्ट-जयकिशन सैनी

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