एक बिन ब्याही युवती ने एक बच्चे को रात के अंधेरे में दिया जन्म
लोक लाज के भय से नवजात शिशु को भूसे की बुझझी में डालकर हुई रफू चक्कर
एक दंपति ने मौके पर पहुंचकर नवजात की बचाई जान ले गया अपने घर
(सहसवान से समर इण्डिया के लिए एस पी सैनी की रिपोर्ट)
सहसवान (बदायूं) थाना मुजरिया क्षेत्र के ग्राम भिंड के नगरा मैं एक बिन ब्याही युवती मंगलवार की रात एक नवजात शिशु को मय गर्भ ग्रह नाल के मरने के लिए तथा लोक लाज के भय से गांव से काफी दूर सिपटर पुत्र ज्ञानचंद के मकान के पास दीनदयाल पुत्र राजाराम की भूसा बूझझी मैं शिशु को पन्नी में लपेटकर मरने के लिए डालकर नौ दो ग्यारह हो गई परंतु एक कहावत है जिसको प्रभु जाने उसे मार सके ना कोई को चरितार्थ करते हुए लाल सिंह की पत्नी कूड़ा डालने के लिए खेत पर गई थी जहां उसने किसी बच्चे के करहने की आवाज सुनी तो वह चौंक गई उसने पास जाकर देखा तो एक बच्चा जो नवजात था तथा खून से लथपथ और जिसका एक कान किसी जीव जंतु ने काटकर चोट पहुंचा दी थी उसने मामले की जानकारी तत्काल गांव में पहुंच कर दी तो सोनवती पत्नी शंकर लाल दंपति मौके पर पहुंच गए तथा खून से लखपत नवजात को अपने घर ले आए जैसे ही मामले की जानकारी ग्रामीणों को मिली भारी तादाद में लोग सोनवती के घर पहुंच गए गांव में इस बात की चर्चा होने लगी की कौन सी कलमूही युवती ने बच्चों को जन्म देकर ऐसा कृत किया है जिसे भगवान भी कभी माफ नहीं करेगा गांव में तरह-तरह के कायस लगाए जा रहे हैं। बरहाल उपरोक्त नवजात शिशु के मिलने की चर्चा जोरों पर है तथा नवजात को जन्म देने वाली बिन ब्याही युवती को महिला पुरुष कोसते हुए नजर आ रहे हैं।