How To Avoid Heat Wave : हीटवेव से बचने के लिए जरूरी सावधानियाँ: इन बातों को नजरअंदाज करना हो सकता है जानलेवा, जानें विस्तार से

How To Avoid Heat Wave : उत्तर भारत समेत हरियाणा में भीषण गर्मी का कहर जारी है. सूबे से ज्यादातर जिलों में पारा 45 डिग्री…

How To Avoid Heat Wave

How To Avoid Heat Wave : उत्तर भारत समेत हरियाणा में भीषण गर्मी का कहर जारी है. सूबे से ज्यादातर जिलों में पारा 45 डिग्री के पार हो गया है. सिरसा में तो तापमान 49 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच चुका है. चंडीगढ़ मौसम विभाग ने अगल हफ्ते तक हीटवेव का रेड अलर्ट जारी किया. हरियाणा में गर्मी और हीट वेव का सितम इस कदर है कि इंसान से लेकर जानवर तक परेशान हैं. बढ़ते तापमान की वजह से हीट स्ट्रोक के मरीजों की संख्या बढ़ रही है. अगर वक्त रहते हीट स्ट्रोक के लक्षणों को पहचान कर सही इलाज नहीं करवाया गया तो ये जानलेवा हो सकता है.

 

 

 

 

स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी: बढ़ती गर्मी और तापमान को देखते हुए हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने आमजन के लिए एडवाइजरी जारी की है. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कहा गया है कि लोग जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें. दोपहर 12 से शाम 5 बजे तक हीटवेव का असर सबसे ज्यादा रहता है. इसलिए इस वक्त सीधे धूप में आने से बचें. अगर किसी काम से घर से बाहर निकलना भी पड़ गया तो शरीर को ढक कर रखें. सूती और ढीले कपड़े पहनें. सिर पर गीला कपड़ा या टोप रखें या फिर धूप से बचने के लिए छाते का इस्तेमाल करें.

 

 

 

हीट स्ट्रोक के बढ़ रहे मरीज: भीषण गर्मी के कारण बहादुरगढ़ के नागरिक अस्पताल में डिहाईड्रेशन, डायरिया और उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या बढ़ रही है. बहादुरगढ़ नागरिक अस्पताल के पीडियाट्रिक डॉक्टर अभिभूषण ने बताया कि नागरिक अस्पताल में आम दिनों के मुकाबले गर्मी के कारण मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. 10 से 15% मरीज भीषण गर्मी के कारण बीमार पड़ रहे हैं. मरीजों में तापमान बढ़ने के कारण डिहाईड्रेशन, डायरिया और लू लगने जैसी बीमारियों के लक्षण साफ तौर पर देखे जा रहे हैं.

 

 

 

पशुओं का भी रखें ध्यान: स्वास्थ्य विभाग ने पशुओं के लिए भी एडवाइजरी जारी की है. जिसमें कहा गया है कि पशुपालक गर्मी में पशुओं का भी विशेष ध्यान रखें. समय-समय पर पशुओं को पानी पिलाते रहे तथा पशु चिकित्सकों की सलाह लेते रहें. जानवरों को छाया में रखें और उन्हें पर्याप्त मात्रा में पीने का पानी दें. जानवरों को पिलाने वाले पानी को घर के भीतर छांव में रखें.

 

 

 

इसके अलावा पशुओं को गर्मी में बाहर ना बांधे. उनके लिए छप्पर का इंतजाम करें, या संभव हो तो घर के अंदर उन्हें बांध लें. इसके अलावा पालतू जानवरों को किसी जगह बंद ना करें. यदि आपके पास पालतू कुत्ता है, तो उसे गर्मी में ना टहलाएं. सुबह और शाम के वक्त आप कुत्ते को घुमा सकते हैं.

 

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