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Uttarakhand की रजत जयंती पर पीएम मोदी का गढ़वाली में संबोधन, 25 साल की उपलब्धियों पर डाली रोशनी

On: November 9, 2025 7:23 PM
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Uttarakhand : उत्तराखंड राज्य स्थापना के आज 25 वर्ष पूरे हो चुके हैं। एफआरआई में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हुए। उन्होंने एक स्मारक डाक टिकट जारी करने के साथ जनसमूह को संबोधित भी किया। रजत जयंती समारोह में प्रदेश को 8260 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दी गई। पीएम मोदी ने कहा कि विकास की यह यात्रा अद्भुत रही है और यह हर उत्तराखंडी के संकल्प का परिणाम है।

 

Uttarakhand को 8000 करोड़ की योजनाओं की सौगात देंगे मोदी, जमरानी व सौंग बांध परियोजना का करेंगे लोकार्पण

Uttarakhand : गढ़वाली में पीएम मोदी का संबोधन

 

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत गढ़वाली भाषा में जनता का अभिवादन करके की। उन्होंने कहा, “देवभूमि उत्तराखंड का मेरा भाई बंधो, भैया भूली, आप सभी को मेरा नमस्कार।” पीएम ने गढ़वाली में कहा, “2047 मा भारत थे विकसित देशों की लेन मा ल्याण थुणी म्यारो उत्तराखंड मेरो देवभूमि पूरी तरह से त्यार छिन।” उन्होंने बताया कि पहले उत्तराखंड का बजट केवल चार हजार करोड़ रुपये था, जो आज बढ़कर एक लाख करोड़ रुपये को पार कर चुका है। बिजली उत्पादन चार गुना बढ़ा है और राज्य ऊर्जा प्रदेश बन चुका है।

Uttarakhand : विकास की दिशा में तेज कदम

 

पीएम मोदी ने कहा कि राज्य में रोड कनेक्टिविटी और हवाई सेवाओं में बड़ी प्रगति हुई है। सड़कों की लंबाई दोगुनी हो चुकी है। पहले हवाई जहाज से छह महीने में चार हजार यात्री आते थे, अब एक दिन में इतने यात्री पहुंच रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है — पहले केवल एक मेडिकल कॉलेज था, अब दस मेडिकल कॉलेज हैं। वैक्सीन कवरेज पहले 25 फीसदी से भी कम था, जबकि अब हर गांव इस दायरे में आ चुका है। उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन और खेल से जुड़े प्रोजेक्ट राज्य के विकास को नई दिशा देंगे।

Uttarakhand : रोजगार, संस्कृति और आत्मनिर्भरता की ओर

 

पीएम मोदी ने बताया कि राज्य में दो लाख से अधिक परियोजनाओं पर काम चल रहा है, जो युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करेंगी। उन्होंने कहा, “जहां चाह, वहां राह।” आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों, योग केंद्रों और होम स्टे को प्रोत्साहित करने की बात कही। पहाड़ी भोजन को पर्यटन का हिस्सा बनाने पर जोर दिया। उन्होंने सुझाव दिया कि ‘एक जिला, एक मेला’ अभियान से फूलदेई और हरेला जैसे त्योहारों को वैश्विक पहचान दी जा सकती है। पीएम ने कहा कि डेमोग्राफिक चेंज और भूमि अतिक्रमण जैसे मुद्दों पर धामी सरकार ने अच्छा काम किया है और आपदा प्रबंधन में जनता की हर संभव मदद की है।

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