पर्यटन एवं संस्कृति वि,उ,प्र द्धारा सहसवान नगर के पौराणिक सहस्त्रबाहु तीर्थस्थल सरसोता पर्यटन स्थल घोषित,
पर्यटन विभाग द्धारा पौराणिक स्थल को वित्तीय वर्ष 2025 /26 कार्य योजना में किया शामिल,
एमएलसी वागीश पाठक ने पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री को पत्र लिखकर पौराणिक स्थल को पर्यटक स्थल के रूप में दर्ज कराए जाने के लिए की थी मांग,
क्षेत्र की जनता में हर्ष की लहर कई दशकों से क्षेत्र की जनता पौराणिक स्थल को पर्यटक स्थल के रूप में घोषित कराए जाने के लिए थी बेताब,
रिपोर्ट – एस.पी सैनी (समर इंडिया)
सहसवान (बदायूं) राजा सहस्त्रबाहु के नाम से पहचाने जाने वाले नगर सहसवान जो कभी राजा सहस्त्रबाहु की नगरी कहा जाता था उसी सहस्त्रबाहु की नगरी में ऐतिहासिक पौराणिक तीर्थ स्थल सहस्त्रबाहु सरसोता को कई दशकों से क्षेत्र की जनता पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने के लिए मांग करती चली आ रही थी परंतु क्षेत्र की जनता की मांग सहसवान विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा में नेतृत्व करने वाला कोई भी जनप्रतिनिधि पर्यटक स्थल घोषित नहीं कर पाया जबकि जब भी विधानसभा के चुनाव हुए प्रत्याशियों ने सरसोंता तीर्थ स्थल को पर्यटक स्थल के रूप में घोषित कराए जाने का हर बार आश्वासन दिया।


गौरतलब है कई दशकों पूर्व सहसवान नगर राजा सहस्त्रबाहु नगर के नाम से जाना जाता था राजा सहस्त्रबाहु के नाम पर नगर में कई ऊंचे ऊंचे मिट्टी के टीले हैं तथा एक सहस्त्रबाहु कुंड है जिसमें लोग स्नान करके पूर्ण लाभ कमाते हैं सहस्त्रबाहु कुंड पर वर्ष में दो बार विशाल मेला लगता है।
जो नगर सहसवान से मंत्र 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है सहस्त्रबाहु कुंड से निकले हुए जल एकत्रित करने वाली दंड झील जहां कभी विदेशी पक्षी के अलावा नाना प्रकार के पक्षी कलरव करते थे व उसी दंड झील में सिंघाड़ा, भषीडा, कमल के फूलों के अलावा कई प्रकार की फल फूल एवं जड़ी बूटी पैदा होती थी परंतु जैसे-जैसे समय बिता गया दंड झील पर भूमाफियाओं का कब्जा होता चला गया वही पौराणिक तीर्थ स्थल सरसोता के नाम लगभग 99 बीघा भूमि है जिसका खतौनी में इंद्राज है परंतु समय के परिवर्तन के साथ-साथ पौराणिक तीर्थ स्थल सरसोता कुंड का वाटर लेवल काम होता चला गया और वह पूर्ण रूप से सूख गया, वैकल्पिक व्यवस्था के तहत समर के माध्यम से उसमें प्रत्येक दिन जल भरा जाता है।जहां भक्त पहुंचकर सरसोंता कुंड में स्नान करके पुण्य लाभ कमाते हैं।
बदायूं जनपद के एमएलसी बागीस पाठक ने उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह को पत्र भेजकर सहसवान नगर के ऐतिहासिक पुरानी के तीर्थ स्थल सहस्त्रबाहु सरसोता को पर्यटन एवं संस्कृति विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2025 26 की कार्य योजना में शामिल कराए जाने की मांग की जिस पर पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ने पत्रक संख्या 946 18 जुलाई वर्ष 2025 को एमएलसी बागी पाठक को भेजें गए पत्र में पर्यटन विभाग द्धारा वित्तीय वर्ष 2025 26 की कार्य योजना में बदायूं जनपद के सहसवान विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पौराणिक तीर्थ स्थल सहस्त्रबाहु सरसोता को पर्यटन अब स्थापना सुविधाओं के विकास हेतु शामिल किए जाने की घोषणा की।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह द्धारा बदायूं एमएलसी क्षेत्र के अंतर्गत सहसवान विधानसभा क्षेत्र के लोगों को ऐतिहासिक तीर्थ स्थल सरसोता को पर्यटन विभाग द्वारा पर्यटन स्थापना सुविधाओं के विकास हेतु चयनित किए जाने की जानकारी मिलते ही लोग खुशी से झूम उठे और उन्होंने एमएलसी एमएलसी बागीश पाठक द्धारा सरसोंता तीर्थ स्थल को पर्यटन विभाग द्धारा पर्यटन स्थापना सुविधाओं की विकास हेतु चयनित किए जाने के प्रयासों की चारों तरफ प्रशंसा हो रही है।

