मैंथा व्यापारी आत्महत्या में आया मोड़,पिता ने साजिशन लगाया हत्या का आरोप एसएसपी को सौंपा पत्र
बदायूं। मैंथा व्यापारी संजय गुप्ता आत्महत्या मामले में अब परिजनों ने पुलिस को नया शिकायती पत्र दिया है। इसमें परिवार के लोगों ने बरेली के व्यापारी समेत अन्य लोगों पर इस घटनाक्रम को हत्या ठहराया है। साथ ही कत्ल के बाद मृतक का एक मोबाइल सेट व लैपटॉप भी घटनास्थल से नदारद होने की बात कही है। हालांकि शुरूआत में परिजन पांच करोड़ रुपये उधारी का न मिलने के कारण संजय द्धारा आत्महत्या की बात कह रहे थे। इधर मैंथा व्यापारी आत्महत्या मामले की जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने परिवार वालों का बयान दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है। कि परिजनों का बयान समेत दस्तावेजी साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई होगी।
उझानी के मोहल्ला भदवारगंज अनाज मंडी निवासी संजय गुप्ता का शव एक मई की दोपहर सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के इंदिरा चौक के पास एक भवन में मिला था। संजय मैंथा कारोबारी थे। उनकी लाइसेंसी रिवाल्वर हाथ में थी और कनपटी पर गोली लगी थी। एक सुसाइड नोट भी शव के पास मिला था, इसमें संजय ने कुछ बरेली के व्यापारी मनीष जैन पर पांच करोड़ रुपये का बकाया दिखाया था। वहीं बरेली के ही मनोज नाम के व्यापारी पर 40 लाख, संभल के कस्बा चंदौसी निवासी अंशुल पर 35 लाख, बदायूं शहर निवासी अजय मथुरिया पर 18 लाख, अनुभव शर्मा एसएसके स्कूल वाले पर 18 लाख और एश्वर्य बंसल पर 80 लाख रुपये बकाए का जिक्र था।
मैंथा व्यापारी की कोठी का भी हुआ था सौदा
परिजनों के मुताबिक जिस भवन में संजय का शव मिला था, मनीष जैन से उसका सौदा भी लगभग एक करोड़ रुपये में हो चुका था। इसमें 40 लाख रुपये बतौर एडवांस मनीष जैन के पास जा चुके थे। जबकि संजय जब बैनामा कराने को कहते तो मनीष जैन उस कोठी को किसी काले नाम के व्यक्ति के नाम बताते हुए जल्द बैनामा कराने का आश्वासन देकर टाल देता था।
मैंथा व्यापारी लैपटॉप-मोबाइल आखिर कहा गया।
परिवार वालों का कहना है कि उस कोठी की एक चाबी उझानी के मोहल्ला भदवारगंज निवासी अनिल माहेश्वरी के मुनीम के पास रहती थी। जबकि घटनास्थल से संजय का एक मोबाइल व लैटपाट नहीं मिला। केवल दो मोबाइल ही मिले, जबकि संजय तीन मोबाइल सेट उपयोग करते थे। तीनों के नंबर भी परिजनों ने पुलिस को बताए हैं। ऐसे में इस मामले को हत्या ठहराते हुए पिता ने यह भी आरोप लगाया है कि मनीष जैन बरेली के एक अन्य व्यापारी रूपेश की हत्या के मामले में भी शामिल था। हालांकि अपने रसूख के बल पर यह केस अपने ड्राइवर पर खुलवा दिया था।
कुछ और लोगों की मिलीभगत की आशंका:- इस हत्याकांड में कुछ और लोगों की मिलीभगत की आशंका भी परिजनों ने जताई है। इधर, एसएचओ सिविल लाइंस गौरव विश्नोई ने बताया कि मामले की जांच जारी है, परिजनों को बुलाया है। उनके बयान समेत अन्य सुराग के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
He has 18 years of experience in journalism. Currently he is the Editor in Chief of Samar India Media Group. He lives in Amroha, Uttar Pradesh. For contact samarindia22@gmail.com