मानवीय छुआछूत सभ्य समाज के लिये कलंक, इसका खात्मा जरूरी- मैकवान

मानवीय छुआछूत सभ्य समाज के लिये कलंक, इसका खात्मा जरूरी- मैकवान
गेबाराम चौहान
सायला।छुआछूत उपखंड की निकटवर्ती ग्राम पंचायत सुराणा में दूदवा मार्ग पर स्थित पोलाराम मेघवाल के बेरे पर रविवार दोपहर 12 बजे स्मृति शेष छात्र इंद्रकुमार मेघवाल की प्रथम पुण्यतिथि पुष्पाजंली सभा एवं छुआछूत के खिलाफ संकल्प दिवस के खिलाफ संघर्ष तेज करने के आह्वान के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर सुराणा एवं आसपास के विभिन्न गांवों एवं अन्य जिलों के सैकड़ो गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए छुआछूत
प्रख्यात समाज विज्ञानी एवं दलित शक्ति केंद्र अहमदाबाद के निदेशक मार्टिन भाई मैकवान ने कहा कि मनुष्य-मनुष्य के बीच मानवीय छुआछूत सभ्य समाज के लिये कलंक है, हम सबकी साझा जिम्मेदारी है कि हम इसको जड़मूल से मिटाये। सरकारों की इसे मिटाने में कोई रूचि नही है और ना ही कानून से छुआछूत मिटता है, मिटाने के लिये जरूरी है कि लोगों की मानसिकता में सकारात्मक बदलाव आये।
विकास के साथ-साथ समाज की पुरापंथी मान्यताओं में बदलाव आना चाहिये
तभी विकास की सार्थकता सिद्ध होगी। इस अवसर पर वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट दिनेश भाई परमार, समता सैनिक दल राजस्थान के प्रदेश प्रधान महासचिव एडवोकेट गोरधन जयपाल, दलित अधिकार अभियान राजस्थान के सचिव अशोक कुमार मेघवाल, फूलचंद केपी, मोहन भाई, मंजू, जमनावती, महेंद्र परिहार, संजू बहिन, पोकरमल बामणियां, पारसमल दासपा, किशोर कुमार, मुकेश कुमार, विजय भीनमाल आदि ने भी विचार व्यक्त करते हुए छुआछूत के खिलाफ संघर्ष तेज करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर दो मिनट का मौन रखकर पुष्पाजंली अर्पित कर उन्हें याद किया।
कार्यक्रम का संचालन अशोक कुमार मेघवाल एवं गोरधन जयपाल ने किया। अंत में पोलाराम मेघवाल एवं देवाराम मेघवाल ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर इमाराम मेघवाल, चंदन कुमार मेघवाल, नरेंद्र भाई, भरत भाई, सारूबाला, सुधा, संत वागाराम, नंदलाल, श्यामलाल, सुरज सहित सैकड़ो गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
इस अवसर पर कानून व्यवस्था के लिये जालोर एएसपी रामेश्वरलाल मेघवाल, एसडीएम ताराचंद वैंकट, सीओ रतनाराम देवासी, हिम्मतसिंह चारण, तहसीलदार कौशल्या दवे, थानाधिकारी प्रदीप डागा, विशनगढ थानाधिकारी भगाराम मीणा एवं चौकी प्रभारी कालूदान सहित जालोर एवं आसपास के विभिन्न जिलो का पुलिस जाब्ता सभा स्थल एवं सुराणा गांव में मुस्तैद रहा।