उझानी कोतवाली पुलिस की सुस्ती बनी हंगामे व जाम की वजह
बदायूँ।बीती रात किसी अराजकतत्व ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया। कोतवाली पुलिस को सुबह 6.30 पर मूर्ति खंडित होने की सूचना मिल गई थी। पुलिस ने इस मामले को हल्के में लिया।ओर आंबेडकर पार्क में बाबा साहब के अनुयाइयों की भीड़ बढ़ती रही। जब तक पुलिस पहुंची तब तक गोतम पुरी इलाके के बच्चे हो या जवान , महिला हो या युवती सभी पार्क के सामने हाईवे पर स्थित छात्रावास पर बैंठकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर घरने पर बैठ गये। ओर बरेली-मथुरा व बदायूं दिल्ली हाईवे को जाम कर दिया।अगर कोतवाली पुलिस थोड़ा सा भी सजग होती ओर तत्परता दिखाती तो यह हंगामा ओर दो घंटे तक हाइवे जाम न होता। आंबेडकर पार्क में बीती रात किसी खुरापाती ने बाबा साहब की मूर्ति को खंडित कर दिया। पार्क के सामने एक सब्जी बेचने बाले ने मंडी से सब्जी लेकर आया तो उसकी निगाह पीछे लगी आंबेडकर की प्रतिमा पर पडी टूटी देखकर उसने पुलिस को सूचना दे दी।
मगर ठंड अधिक होने से पुलिस कर्मियों ने मामले को हल्के में लिया। ओर पार्क में भीड जमा होती चली गई। हजारों की तादाद में बाबा साहब के अनुयाइयों में आक्रोश आ गया। ओर भीड हाईवे की ओर बढ चली। ज़मीन पर बेठकर नारेबाजी करने ओर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगी। हाईवे पर दोनों तरफ वाहनों की लम्बी कतारें लग गई।इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह ने बहुत समझाया मगर उनकी एक ना चली। आक्रोशित भीड़ के आगे पुलिस तमाशबीन नजर आई। ओर पुलिस की सुस्ती की वजह से दो घंटे से ज्यादा हाईवे जाम रहा।
अगर इंस्पेक्टर सुबह जल्द आकर समाज के आठ दस मुख्य लोगों को विश्वास में लेकर बातचीत कर आरोपी की गिरफ्तारी की बात कहकर तथा मूर्ति बदलवाने को राजी कर लेते तो पुलिस की इतनी फजीहत न होती। आसपास के थानों में बिल्सी, मुजरिया, कादरचौक, मूसाझाग, बदायूं तक की पुलिस टीमें आने के बाद भी जाम ना खुलवा सकी। एसडीएम सदर सुखलाल प्रसाद वर्मा,सीओ शक्ति सिंह बसपा जिलाध्यक्ष हेमेन्द्र गोतम,सपा बाबा साहेब आंबेडकर वाहिनी के जिला अध्यक्ष मोरसिंह जाटव आदि ने आक्रोशित भीड़ को आरोपियों की गिरफ्तारी व नई मूर्ति लगवाने के आश्वासन पर दो घंटे बाद जाम को खुलवाया जा सका।