गौशाला में भूख से तड़प तड़प कर मर रहे गोवंशीय मृत पशुओं को नोच कर खा रहे कुत्ते
जिम्मेदार कौन, जिम्मेदार अधिकारी मौन
{सहसवान से समर इंडिया के लिए एसपी सैनी की रिपोर्ट}
सहसवान (बदायूंँ )पशु शाला में ठंड एवं भूख के कारण गोवंशीय पशु तड़प तड़प कर मर रहे हैं मृत गोवंशीय पशुओं को आवारा कुत्ते अपना निवाला बना रहे।
ऐसा ही एक मामला सहसवान तहसील क्षेत्र के विकासखंड दंहगबा क्षेत्र के ग्राम पंचायत बैरपुर मानपुर गौशाला में ग्राम प्रधान एवं सचिव की लापरवाही के चलते आए दिन गोवंशों की मौते होती दिखाई दे रही हैं,आज मंगलवार के लिए भी ठंड तथा भूख से तड़पते हुए दो गोवंशों की गौशाला में मौत हो गई जिनके लिए गौशाला के बाहर जंगल में आवारा कुत्तों के भोजन के वास्ते फिकवा दिया मृतक दोनों गोवंशों को आवारा कुत्ते पशु पक्षी नोच नोच कर अपना निवाला बना रहे हैं ।जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होती दिखाई दे रही है, पूर्व में भी इस गौशाला के अंदर एक गोवंश के नवजात शिशु को कुत्तों ने नोच नोच कर मार डाला सुबह तक उसे नवजात शिशु के मात्र अस्थि पिंजर रह गए थे इस नवजात शिशु की लावारिस कुत्तों द्वारा नोच नोच कर की गई हत्या के बाद भी गौशाला के चौकीदार ग्राम प्रधान तथा सचिव की आंखें नहीं खुली और उन्होंने इस प्रकार पर अपनी चुप्पी साध ली जानकार सूत्रों का कहना है इस गौशाला के अंदर लगभग 3 साल में 180 गायों की मृत्यु हो चुकी है। उसके बावजूद भी इस पर किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने संज्ञान लेना उचित नहीं समझा है। वहीं भूख और ठंड से मृतक गोवंशीय पशुओं की आवाज उठाने वाले समाजसेवियों को भी ग्राम प्रधान द्वारा मुकदमे में फसाने की धमकी भी दी जाती है।
ग्राम बैरपुर मानपुर में शासन द्वारा स्थापित गोवंशीय पशु शाला में गोवंशीय पशुओं की भूख एवं ठंड से हो रही दर्दनाक मौत तथा उसके बाद उन मृत गोवंशीय पशुओं को आवारा कुत्तों एवं जंगली पक्षियों द्वारा नोच नोच कर खाने के दर्दनाक वीडियो देखने के बाद हर व्यक्ति की रूह काँप जाती है इस बाबत विकासखंड कार्यालय के खंड विकास अधिकारी ग्राम पंचायत अधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो संपर्क नहीं हो सका अधिकारियों ने भी मौके पर पहुंचकर मामले को संज्ञान न लेने पर ऐसा लगता है जैसे अधिकारियों ने चुप्पी साद ली हो।
निरिही बेजुबान पशुओं की भूख और ठंड से हो रही मृत्यु पर क्षेत्र वासियों ने चिंता व्यक्त करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर मामले की जांच कराए जाने के साथी दोषी अधिकारी कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाने की मांग की है अगर मुख्य मंत्री ने मामले पर तत्काल सघान नहीं लिया तो वह दिन दूर नहीं जब पशु शाला में गोवंशीय पशु भूख और प्यास से तड़प तड़प कर दम तोड़ चुके होंगे और पशु शाला के नाम पर सिर्फ ढांचा खड़ा मिलेगा।