नयी दिल्ली: कर्नाटक में मुसलमान समुदाय को सरकारी ठेकों में चार प्रतिशत आरक्षण देने के मुद्दे पर सोमवार को Rajya Sabha में सत्ता पक्ष और विपक्ष में जोरदार हंगामा के कारण सदन की कार्यवाही दूसरी बार 15 मिनट के लिए स्थागित कर दी गई।
Rajya Sabha में शोर, लोकसभा में गुकेश का जश्न
सुबह में इसी मुद्दे पर स्थगन के बाद दोपहर दो बजे कार्यवाही शुरू होने पर आवश्यक दस्तावेज सदन पटल पर रखे गये। इसके बाद उप सभापति हरिवंश ने विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे को अपनी बात रखने के लिए कहा। श्री खरगे ने कहा कि सत्ता पक्ष के मंत्री किरन रिजिजू ने कांग्रेस द्वारा संविधान बदलने की बात कही।
यह बात Rajya Sabha के नेता भी कहा जबकि कर्नाटक के मंत्री ने ऐसी कोई बात नहीं कही है। उन्होंने सत्ता पक्ष की ओर इशारा करते हुये कहा कि संविधान बदलने की बात उधर से आती रही है। उन्होंने कहा “हम संविधान बचाने की बात करते हैं।”
इस पर Rajya Sabha के नेता जे पी नड्डा ने कहा कि सदन के इस मुद्दे को उठाये जाने के बाद भी कर्नाटक के मंत्री डी के शिवकुमार ने कहा है कि सरकारी ठेकों में मुस्लिम समुदाय को चार प्रतिशत आरक्षण देने के लिए संविधान में बदलाव किया जायेगा। उन्होंने कहा कि तेलंगाना में भी कांग्रेस की सरकार ने अनुसूचित जाति, अनुसचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के साथ विश्वासघात किया है और पीछे के दरवाजे से ओबीसी के कोटे में अल्पसंख्यकों को आरक्षण दे दिया है। इसके लिए तेलंगाना विधानसभा में विधेयक लाया गया।
Rajya Sabha सत्ता से बाहर होने के कारण कांग्रेस बौखला गयी है और अपना विवेक खो बैठी
श्री नड्डा ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर और सरदार पटेल ने धर्म के आधार आरक्षण देने का विरोध किया था, लेकिन सत्ता से बाहर होने के कारण कांग्रेस बौखला गयी है और अपना विवेक खो बैठी है।
इस दौरान Rajya Sabha में विपक्ष और पक्ष के सदस्य हंगामा करते रहे जिसके कारण सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गयी। इससे पहले सुबह में सभापति जगदीप धनखड़ ने इसी मुद्दे पर हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी थी और श्री रिजिजू और श्री नड्डा से अपने अपने बयानों को आज दिन भर में प्रमाणिक करने को कहा।