Weather Today In Punjab : पंजाब और हरियाणा में आज का मौसम: रविवार को भारी बारिश ने कई इलाकों में जलभराव पैदा किया है, जिसके बाद अधिकारी तत्परता से कार्रवाई में जुटे। सबसे अधिक प्रभावित स्थानों पर अधिकारियों ने कदम उठाया और कुछ प्रभावित इलाकों में स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया। इसके साथ ही, पंजाब के कई हिस्सों में हुई मूसलाधार बारिश के कारण सेना को भी अलर्ट पर रखा गया है।
मौसम अद्यतित: अधिकारियों के अनुसार, दोनों राज्यों में भारी मानसूनी बारिश के कारण प्रमुख सड़कों पर यातायात अवरुद्ध हो गया है और उड़ानों में देरी हुई है। पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने बताया कि संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की कई टीमें भी बाढ़ प्रभावित जिलों में तैनात की गई हैं, जिनमें मोहाली और फतेहगढ़ साहिब भी शामिल हैं। पंजाब के विशेष पुलिस महानिदेशक अर्पित शुक्ला ने बताया कि इन इलाकों में सेना के जवानों को भी सतर्क रहने का आदेश है।
आपको बताते चले कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कैबिनेट मंत्रियों, उपायुक्तों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों (एसएसपी) और अन्य संबंधित अधिकारियों को प्रभावित इलाकों में जाने और लोगों की मदद करने के निर्देश दिए हैं.मान ने पंजाबी में ट्वीट किया, ‘‘पंजाब में बीते दो दिनों से भारी बारिश हो रही है, जिससे निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, खासतौर से नदी के किनारे बसे इलाकों में रह रहे लोगों को.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैनें अपने सभी मंत्रियों, विधायकों, सभी जिलों के उपायुक्तों और एसएसपी को लोगों के बीच जाने के निर्देश दिए हैं.पंजाब के जल संसाधन मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने बताया कि मान के निर्देशों का पालन करते हुए जल संसाधन विभाग ने भारी बारिश से पैदा होने वाली किसी भी अवांछित स्थिति से निपटने की तैयारी कर ली है.
आपको बताते चले कि हेयर ने कहा कि मुख्यालय स्तर पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित कर क्षेत्र में कर्मचारियों की तैनाती कर दी गयी है.हरियाणा में अंबाला जिले से बहने वाली तीन नदियां मारकंडा, घग्गर और टांगरी खतरे के निशान के करीब बह रही हैं. अधिकारियों ने कहा कि अंबाला छावनी के पास टांगरी तट के करीब रहने वाले कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है. अधिकारियों के मुताबिक, पंजाब में रोपड़ हेडवर्क्स से 1.45 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया और बांध के फाटक खोल दिए गए हैं. सुखना झील के जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण बांध के दो फाटक खोले गए हैं. घग्गर नदी और इसकी सहायक नदियों में रविवार को जलस्तर बढ़ गया.