भोपाल। Jaypee Hospital में जल संकट काफी बढ़ गया है,जिसका असर अस्पताल में भर्ती मरीज़ों पर पड़ रहा है,वही अस्पताल की पैथोलॉजी में खून की जाँच बंद पड़ी है.और इन जांचों के बंद होने के पीछे का कारण भी पानी ही हैं.दरअसल जेपी अस्पताल की पैथोलॉजी में खून की जांच करने के लिए जिस टीडीएस पानी का उपयोग होता है अस्पताल में वह पानी ही नहीं है.जिसके कारण कई मरीज़ों का इलाज रुका हुआ है.
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Jaypee Hospital में रोज़ाना के लगभग 1800 से 2000 हज़ार मरीज़ इलाज के लिए आते है जिसमे से करेबब 1000 से 1200 की डॉक्टरों द्वारा जांच कराई जाती है कहाँ पर रोज़ाना खून की जांच के लिए पैथोलॉजी को लगभग 100पानी लगता है. वही बीते 3 दिनों से अस्पताल की लैब में पानी नहीं आ रहा है.जिसके कारण 1700 से अधिक सैंपल जांच के लिए रुके हुए है, और सिर्फ खून की जांच ही नहीं बल्कि पानी की कमी अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे, वार्ड की सफाई और बायोमेडिकल वेस्ट के निपटाने में भी बाधा डाल रही है.
Jaypee Hospital में प्राइवेट वाली सुविधा मिलना मुश्किल है, मगर पानी जैसी चीज़ों के लिए मरीज़ों के परिजनों को बाहर भटकना पद रहा
मेरे पापा की जांच शनिवार को हुई थी, जिसके रिपोर्ट सोमवार को मिल जानी चाहिए थी. पर अभी तक रिपोर्ट के लिए इंतज़ार करना पड़ रहा है, सरकारी अस्पताल में प्राइवेट वाली सुविधा मिलना मुश्किल है, मगर पानी जैसी चीज़ों के लिए मरीज़ों के परिजनों को बाहर भटकना पद रहा है