नई दिल्ली। अमेरिका ने इस सप्ताह 20 से अधिक देशों के लिए शुल्क की घोषणा कर दी है, लेकिन India के साथ शुल्क की तस्वीर का साफ होना अभी बाकी है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय का एक प्रतिनिधिमंडल फिर से अगले सप्ताह अंतरिम व्यापार समझौते पर जारी गतिरोध को दूर करने के लिए अमेरिका के दौरे पर जा रहा है।
India–नामीबिया ने उद्यम, स्वास्थ्य में समझौते किए, CDRI और GBA में नई भागीदारी, एमओयू पर हस्ताक्षर किए
इसे देखते हुए जानकार यह कह रहे हैं कि अभी दोनों देशों के बीच अंतरिम व्यापार समझौते की पूरी उम्मीद है। वैसे भी अब ट्रंप प्रशासन ने आगामी एक अगस्त से पारस्परिक शुल्क को लागू करने का फैसला किया है। इसलिए अभी गतिरोध को दूर करने एवं अंतिम नतीजे पर पहुंचने कि लिए 20 दिनों का समय बाकी है।
किन चीजों पर छूट चाहता है India
भारत की मंशा न सिर्फ 26 फीसदी के टैरिफ से छुटकारा पाने की है, बल्कि अमेरिका की ओर से उसके उत्पादों जैसे स्टील, एल्यूमीनियम और ऑटो उपकरणों पर लगाए गए अतिरिक्त टैरिफ से भी छुटकारा पाने की है. दूसरी ओर, अमेरिका भी अपने ऑटोमोबाइल, वाइन और सेब, सोया व मक्के जैसे कृषि उत्पादों को भारतीय बाजार में बिना टैरिफ के ही प्रवेश दिलाना चाहता है या फिर इस पर बेहद कम टैरिफ लगाने की मांग कर रहा है.
भारत की डिमांड है कि उसके कपड़े और जूते जैसे उत्पादों को भी बिना टैरिफ के अमेरिका में आने की इजाजत दी जाए.

