(बदायूँ में कांड) छत से लेकर सीढ़ियों तक खून ही खून…..जल्लाद बने साजिद की बर्बरता देख दहल उठा हर कोई

(बदायूँ में कांड) छत से लेकर सीढ़ियों तक खून ही खून…..जल्लाद बने साजिद की बर्बरता देख दहल उठा हर कोई

बदायूँ जिले में कलेजा चीरने वाली वारदात से हर कोई सन्ना है।बदायूं की बाबा कॉलोनी में मंगलवार रात करीब आठ बजे ठेकेदार विनोद ठाकुर के दो बेटों आयुष (13) और अहान (6) की धारदार हथियार से निर्मम हत्या का मामला सामने आया। निर्मम हत्याकांड से इलाका दहल उठा।
हत्या की वारदात को अंजाम देकर फरार हुए आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। दो बच्चों की हत्या के बाद भीड़ भी आक्रोशित हुई। भीड़ ने आगजनी कर तोड़फोड़ भी की। घटना के बाद गुरुवार को दूसरे आरोपी को पुलिस ने बरेली से गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, कस्बा सखानू का रहने वाला साजिद मृतक बच्चों के घर के सामने सैलून की दुकान चलाता था।

आरोपी युवक मंगलवार की शाम को बाबा कॉलोनी में मजिया रोड के रहने वाले ठेकेदार विनोद ठाकुर के घर पहुंचा। घर में बच्चों के साथ विनोद की पत्नी संगीता थी। कुछ देर बातचीत के बाद आरोपी साजिद दो बच्चों को लेकर छत पर गया। इस बीच संगीता चाय बनाने लगी। साजिद ने मासूम बच्चों की घर की छत पर चाकू से निर्मम हत्या कर दी। जिस समय लोग घटना स्थल पर पहुंचे तो वहां का मंजर देखर हर कोई दहल गया। पूरी छत पर फैला था। आयुष और अहान के तलवों पर भी खून लगा था। छत पर खून में सने उनके पावों के निशान भी थे।

छत से लेकर सीढ़ियों तक खून ही खून:-कातिल साजिद ने दोनों मासूम भाइयों का बड़ी बेरहमी से कत्ल किया था। छत से लेकर सीढ़ियों तक खून बिखरा था। छत पर जहां हत्या हुई, वहां हर तरफ खून ही खून था। छत के दूसरे हिस्से तक छींटे थे। इसे देखकर ऐसा लगता है कि दोनों बच्चे अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़े थे।पीएम रिपोर्ट में सामने आई बर्बरता:-पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, आयुष के शरीर पर 14 और अहान के शरीर पर नौ घाव मिले हैं। बुधवार सुबह करीब नौ बजे दोनों भाइयों के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। हालांकि पोस्टमार्टम की तैयारी रात से ही शुरू हो गई थी।रात करीब एक बजे दो डॉक्टरों का पैनल गठित कर दिया गया था। इसमें डॉ. जीके गुप्ता और डॉ. श्रीपाल सिंह शामिल थे। दोनों बुधवार सुबह आठ बजे ही पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए। वीडियोग्राफी के बीच दोनों बच्चों के शव का पोस्टमार्टम किया गया।बताया जा रहा है कि पोस्टमार्टम के दौरान आयुष के शरीर पर 14 घाव मिले हैं। मुख्य रूप से उसकी मौत गला रेतने की वजह से हुई थी। इसके अलावा उसकी गर्दन, कंधा, पीठ, हाथ, हथेली, पैर, पीठ आदि पर भी गहरे जख्म मिले हैं।अहान की भी गला रेतकर हत्या की गई थी। उसके शरीर पर कुल नौ घाव मिले हैं। दोनों भाइयों के शरीर पर चाकू से जिस तरीके से अंधाधुंध वार किए गए हैं, उससे साफ है कि हत्यारोपी उनके जिंदा बचने की कोई गुंजाइश न छोड़ने का इरादा लेकर ही आया था। हालांकि उसने दोनों बच्चों की हत्या क्यों की, इसका अभी पता नहीं चला है।हत्यारोपी साजिद तीन भाई थे। उनमें सबसे बड़ा साजिद (32) था। वह कक्षा आठ पास था, उसका मुख्य पेशा सैलून की दुकान थी, जबकि जावेद (30) हाईस्कूल फेल है। उसकी शादी सहसवान से हुई है। वह भी इस दुकान पर बाल काटने का काम करता था। तीसरा भाई वाजिद (25) अविवाहित है। वह अपने पिता के साथ जैन मंदिर के सामने खोखा पर बाल काटना सीख रहा था।मुठभेड़ में मारे जाने के 15 घंटे में ही हत्यारा साजिद सुपुर्दे-ए-खाक:-दो बच्चों की हत्या के बाद पुलिस मुठभेड़ में मंगलवार रात करीब 9:30 बजे मारे गए साजिद का शव बुधवार दोपहर करीब एक बजे सुपुर्दे ए खाक किया गया। इस दौरान कड़ी पुलिस चौकसी रही। अलापुर थाना क्षेत्र के कस्बा सखानूं निवासी साजिद ने बदायूं के बाबा कॉलोनी निवासी विनोद कुमार के दो बच्चों की चाकू से गला रेतकर मंगलवार शाम करीब सात बजे हत्या कर दी थी।हत्या के बाद आरोपी साजिद को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। तहरीर पर साजिद और उसके भाई जावेद के खिलाफ हत्या की धारा में एफआईआर दर्ज की गई थी।

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रिपोर्ट – जयकिशन सैनी (समर इंडिया)

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