चंडीगढ़: लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में राजनीतिक हलचल बहुत तेज हो गयी है. बीजेपी और जेजेपी का गठबंधन टूटने के बाद सीएम मनोहर लाल और उनके मंत्रीमंडल के सहयोगियों ने इस्तीफा दे दिया. बाद में विधायक दल की बैठक में नायब सैनी को मनोहर लाल की जगह नया मुख्यमंत्री चुन लिया गया.
कौन हैं नायब सैनी: अंबाला के एक छोटे से गांव मिजापुर माजरा में नायब सिंह सैनी का जन्म हुआ था. नायब सिंह का जन्म 25 जनवरी 1970 को एक सैनी परिवार में हुआ था. उन्होंने बीए और एलएलबी की डिग्री हासिल की है. नायब सिंह छात्र जीवन के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े, जहां उनकी मुलाकात मुलाकात मनोहर लाल खट्टर से हुई. कुछ समय बाद वे बीजेपी में शामिल हो गए. इसके बाद उनका राजनीतिक सफर शुरू हो गया. नायब सैनी शुरू से ही मनोहर लाल के करीबी रहे हैं.
नायब का राजनीतिक सफरनामा: नायब सिंह सैनी साल 2002 में बीजेपी की युवा मोर्चे के अंबाला शाखा में जिला महामंत्री बने. इसके बाद साल 2005 में बीजेपी के अंबाला युवा मोर्चा के अध्यक्ष बने. साल 2009 में नायब सिंह हरियाणा बीजेपी के किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री बनाए गए. साल 2012 में अंबाला जिला के बीजेपी अध्यक्ष बनाए गए. इसके बाद साल 2014 में वे नारायणगढ़ विधानसभा से विधायक का चुनाव जीत गये. फिर साल 2016 में हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री बनाए गए. 2019 के लोकसभा चुनाव में वे कुरुक्षेत्र से सांसद चुने गए. सांसद बनने के बाद उन्हें हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी दी गयी. और आज 12 मार्च 2024 को उन्हें बीजेपी विधायक दल ने नेता चुन लिया.
मनोहर लाल के करीबी हैं नायब सैनी: नायब सैनी को पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर का सबसे करीबी माना जाता है. जब से नायब सैनी आरएसएस में सक्रिय हुए उसी समय से उनकी मनोहर लाल से नजदीकी सम्बंध रहा है. राजनीतिक हलको में यह चर्चा आम रही है कि कुरुक्षेत्र से लोक सभा चुनाव के दौरान बीजेपी का टिकट दिलवाने में मनोहर लाल ने पैरवी की थी.