पहले दरिंदे ने बच्ची को बंदर से बचाया था,फिर खुद हैवान बना जानेआलम,दुष्कर्म के बाद कर दी दरिंदे ने बच्ची की हत्या
बदायूं जिले से सनसनीखेज खबर सामने आई है।एक सात साल की उस मासूम को क्या पता था कि जिस दरिंदे ने उसे बंदर से बचाया, वही उसकी आन और जान का दुश्मन बन जाएगा। शायद यही वजह रही कि बच्ची आरोपी जानेआलम के साथ खुद को सुरक्षित महसूस करते हुए उसका हाथ पकड़कर चल पड़ी।
उसी के मोहल्ले में रहने वाले दरिंदा जानेआलम ने कहा था कि वह उसे घर तक छोड़कर आएगा। शराब के नशे में धुत जानेआलम उसे लोगों की नजरों से बचाते हुए खंडहर में ले गया। जहां दुष्कर्म करने के बाद सिर पर पत्थर मारकर नृशंस हत्या कर दी।उसी के मोहल्ले में रहने वाले जानेआलम ने कहा था कि वह उसे घर तक छोड़कर आएगा। शराब के नशे में धुत जानेआलम उसे लोगों की नजरों से बचाते हुए खंडहर में ले गया। जहां दुष्कर्म करने के बाद सिर पर पत्थर मारकर नृशंस हत्या कर दी।
दरअसल, शुक्रवार रात को बच्ची का अर्धनग्न शव मिलने के बाद पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की। पुलिस के मुताबिक लोगों ने बताया कि बच्ची दुकान से कुछ सामान लेकर लौट रही थी। उसके हाथ में सामान देखकर ही एक बंदर उस पर झपट पड़ा। वहां पर खड़े जानेआलम ने बंदर को भगाया। लोगों के मुताबिक, उसने बच्ची से कहा कि वह उसे घर छोड़ देगा। चूंकि जानेआलम और बच्ची एक ही मोहल्ले के रहने वाले थे, इसलिए उन लोगों ने भी बच्ची को उसके साथ जाने दिया। हालांकि वह बच्ची को लेकर खंडहर पहुंच गया। वारदात के बाद जांच में जुटी पुलिस को सीसीटीवी कैमरे में जानेआलम बच्ची को ले जाते नजर आ गया। इसके बाद शनिवार तड़के पुलिस ने उसे उस समय मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया, जब वह भागने की फिराक में था। उसके पैर में गोली लगी है।
आरोपी दरिंदे को फांसी देने की उठी मांग, डेढ़ घंटे जाम रखी सड़क:-घटना से नाराज मोहल्ले के लोग और परिजन हाथों में तख्ती लेकर सड़क पर उतर आए। हत्यारोपी को फांसी देने की मांग करते हुए बिल्सी स्थित खैरी बस स्टैंड पहुंच गए। यहां डेढ़ घंटे तक जाम लगाए रखा।मुस्लिम समुदाय के लोग दूसरे समुदाय के एक युवक के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज करने की मांग करने लगे। उनका कहना था कि खंडहर के पास में रहने वाले एक युवक के यहां ही जानेआलम काम करता था। इसलिए उस पर भी रिपोर्ट दर्ज की जाए। मौके पर पहुंची पुलिस ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन देते हुए परिजनों को शांत कराया।दोपहर बाद शव पोस्टमार्टम के बाद जब घर पहुंचा तो एक बार फिर भीड़ उग्र हो गई। सूचना के बाद कई थानों की पुलिस, एडीएम वैभव शर्मा, एसडीएम मौके पर पहुंचे और लोगों को शांत कराया।