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लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर योगेश के खिलाफ बदायूं में दर्ज हैं मुकदमे, ऐसे बना सुपारी किलर…

लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर योगेश के खिलाफ बदायूं में दर्ज हैं मुकदमे, ऐसे बना सुपारी किलर…

बदायूं।मोहल्ला कटरा ब्राह्मपुरा निवासी योगेश उर्फ राजू ने दस साल पहले अपराध की दुनिया में कदम रखा था।बदायूं निवासी पवन गुप्ता की उसने सुपारी लेकर हत्या की थी। इसके बाद वह जेल चला गया। जेल से बाहर आया तो कासगंज में हत्या कर दी, लेकिन इन वारदात के बाद भी वह नहीं रुका। तीन साल पहले उसने लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह में जुड़ने का मन बना लिया। एक दोस्त के माध्यम से वह लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़ गया। इसके बाद सुपारी लेकर हत्या करनी शुरू कर दी। बता दें कि शार्प शूटर योगेश को दिल्ली पुलिस ने मथुरा से गिरफ्तार किया था।

शहर के मोहल्ला कटरा ब्राह्मपुरा निवासी योगेश उर्फ राजू का नाम उस समय प्रकाश में आया था जब उसने सबसे पहले शहर के ट्रांसपोर्टर अमन गुप्ता की हत्या की थी। अमन की हत्या शहर के एक सट्टेबाज ने कराई थी। इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। इसमें योगेश भी नामजद था और पुलिस ने इसे जेल भेज दिया था। उसके बाद से ही इसने रुपये लेकर हत्या करनी शुरू कर दी।

इसी बीच इसके माता पिता का निधन हो गया। एक बहन की शादी कर दी, जबकि उसकी दूसरी बहन अपनी  बुआ के घर रहती है। इसका भाई फरीदाबाद में रहता है। मकान पूरी तरह जर्जर हो चुका है। छत भी गिर गई है। कभी-कभी  योगेश बदायूं आता है। वह अपने घर तक जाता जरूर है, लेकिन यहां पर रुकता नहीं है। हालांकि कुछ लोगों से इसके संपर्क बदायूं में भी है। जिन्हें चिन्हित करने के लिए पुलिस लग गई है।

वर्ष 2024 में हुआ था सबसे पहला केस:-वर्ष 2024 में योगेश उर्फ राजू अपने साथियों के साथ मिलकर अमन गुप्ता की हत्या की थी। इस मामले में कोतवाली पुलिस ने इसके खिलाफ धारा 302/120 बी आइपीसी में रिपोर्ट दर्ज की थी। इसके बाद वर्ष 2017 में सिविल लाइन थाना पुलिस ने धारा 147, 323, 504, 506 में रिपोर्ट दर्ज की थी।

एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि योगेश उर्फ राजू के खिलाफ कोतवाली और सिविल लाइन में मुकदमे दर्ज हैं। वह कभी-कभी बदायूं चोरी छिपे आता है।लेकिन रुकता नहीं, चला जाता है।अन्य बिंदुओं पर जांच की जा रही है।
रिपोर्ट-जयकिशन सैनी (समर इंडिया)

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