नयी दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने लोकसभा में विपक्ष के नेता एवं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की उस टिप्पणी को बेहद आपत्तिजनक बताया है जिसमें उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा को जेल जाने की भविष्यवाणी की थी।
Maharashtra विधानसभा में हंगामा: BJP-NCP विधायकों के बीच जमकर चले लात-घूंसे
BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम ने गुरुवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में श्री गांधी पर असम में अशांति फैलाने का प्रयास करने का आरोप लगाया और कहा कि यह विडंबना है कि भ्रष्टाचार के मामलों में जमानत पर बाहर परिवार का सदस्य मौजूदा मुख्यमंत्री को जेल भेजने के बारे में बयान दे रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस नेता की टिप्पणी उनकी राजनीतिक परिपक्वता और सार्वजनिक विश्वसनीयता पर नकारात्मक प्रभाव को परिलक्षित करती है।
डॉ. इस्लाम ने कहा, “श्री शर्मा असम में अपने प्रशासन रिकॉर्ड और भ्रष्टाचार विरोधी उपायों के लिए जाने जाते हैं और उन पर की गयी टिप्पणी बेहद आपत्तिजनक है। राहुल गांधी का भ्रष्टाचार पर सवाल उठाना चोर के चोरी पर सवाल उठाने जैसा है।” उन्होंने आरोप लगाया कि श्री गांधी अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी में श्री शर्मा के कार्यकाल के दौरान उनके साथ कैसा व्यवहार किया था।
BJP प्रवक्ता ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की आलोचना को लेकर विपक्षी गुट इंडिया गठबंधन को भी निशाने पर लिया और तेजस्वी यादव सहित कांग्रेस और राजद नेताओं के बयानों को निराधार तथा भ्रामक बताया। उन्होंने दावा किया कि ये मतदाताओं के बीच भ्रम फैलाने की जानबूझकर किये गये प्रयासों का हिस्सा मात्र है और मतदाताओं के खारिज किए जाने के डर से विपक्ष गलत सूचनाओं के प्रसार की राजनीति कर रहा है।
उन्होंने कांग्रेस पर चुनाव आयोग की विश्वसनीयता को कम करने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए कहा, “जब भी राहुल गांधी को चुनावी हार का आभास होता है, तो वे बहाने बनाने के लिए ईवीएम से लेकर चुनाव आयोग तक सभी संस्थाओं पर सवाल उठाने लगते हैं।”
BJP मतदाताओं के बीच भ्रम फैलाने की जानबूझकर किये गये प्रयासों का हिस्सा मात्र है
मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया का जिक्र करते हुए डॉ इस्लाम ने कहा कि विपक्ष ने हाल ही में चुनाव आयोग के साथ विचार-विमर्श में भाग लिया था और चर्चा से संतुष्ट होकर लौटा था, लेकिन बाद में सार्वजनिक रूप से संदेह जताया। बिहार के राजनीतिक परिदृश्य की ओर संकेत करते हुए उन्होंने कहा , “राज्य के लोगों ने तय कर लिया है कि वे राष्ट्रीय जनता दल ( राजद) के पिछले कार्यकाल वाले ‘जंगल राज’ में वापस नहीं लौटेंगे। लोग जानते हैं कि अगर राजद सत्ता में वापस आती है, तो सड़कों पर चलना भी असुरक्षित हो जाएगा।”

