उ. प्र. ले.संघ के आह्वान पर ले.संघ शाखा सहसवान ने तहसील परिसर में आयोजित समाधान दिवस का किया बहिष्कार तथा परिसर मैं एक दिवसीय सांकेतिक दिया धरना
,धरने पर जमकर प्रशासन के विरुद्ध की नारेबाजी जमकर काटा हंगामा.
,संघ शाखा ने एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम सौपा ज्ञापन.
.जबरन ट्रैप की घटनाओं पर रोक लगाए जाने की की मांग
【सहसवान से समर इंडिया के लिए एसपी सैनी की रिपोर्ट】
सहसवान (बदायूँ) उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ लखनऊ के आह्वान पर उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ शाखा सहसवान के कर्मचारियों ने जनपद गाजीपुर की तहसील कासिमाबाद में लेखपाल को जबरन ट्रैप की घटना कार्य किए जाने पर नाराज की प्रकट करते हुए मामले की गंभीरता से जांच कराए जाने की मांग करते हुए तहसील समाधान दिवस का बहिष्कार कर तहसील परिसर में एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया तथा प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की तथा कहा की लेखपालों को जबरन साजिश के सहित झूठ फंसाए जाने की घटनाओं को तत्काल रुक जाने तथा दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जान की मांग की तत्पश्चात लेखपाल संघ शाखा अध्यक्ष ज्ञानेंद्र कुमार यादव मंत्री सत्यपाल सिंह यादव ने अपने साथियों के साथ एसडीएम प्रेमपाल सिंह को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए कार्यवाही की जाने की मांग की।
धरना स्थल पर संघ शाखा अध्यक्ष ज्ञानेंद्र कुमार यादव ने कहा कि जनपद गाजीपुर की तहसील कासिमाबाद में लेखपाल को जबरन ट्रैप की घटना कारित की गई जो निंदनीय है जैसा कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से स्पष्ट हो रहा है कि संबंधित लेखपाल शिकायतकर्ता की गांव से कोई दो सवा दो किलोमीटर दूर दूसरे गांव में अनेक ग्राम वासियों की उपस्थिति में पैमाइश कर रहा था इसी मध्य शिकायतकर्ता ने आकर लेखपाल की जेब में पैसा डाल दिया जिसे लेखपाल ने नाराज हुए बाहर निकाल कर वापस दिया इतने में ही एंटी करप्शन की टीम द्वारा लेखपाल को उठा लिया गया वीडियो में स्पष्ट रूप से ग्रामवासी बोल रहे हैं कि लेखपाल ने कोई पैसा नहीं लिया है अपितु पेमा इसका कैलकुलेशन कर रहा था और शिकायतकर्ता ने जबरन लेखपाल की जेब में पैसा रखकर एंटी करप्शन से पकड़वाया है सैकड़ो ग्राम वासी उक्त झूठ ट्रैप का विरोध करते हुए थाने पर भी पहुंच गए थे जिससे स्पष्ट होता है कि लेखपाल भ्रष्ट प्रवृत्ति का नहीं है।
संघ शाखा मंत्री सत्यपाल सिंह यादव ने कहा जनपद लखनऊ की तहसील सरोजनी नगर में सतर्कता दृष्टांत के कर्मचारियों के रिश्तेदार द्वारा सरकारी भूमि पर कब्जा एवं अवैध प्लाटिंग करने की जांच लेखपाल द्वारा मंडल महोदय के निर्देशन में जनपद में चला जा रहे एंटी भू माफिया एवं अवैध प्लाटिंग के खिलाफ अभियान के अंतर्गत की जाने के कारण लेखपाल को फर्जी रूप से दिनांक 31 दिसंबर को ट्रैप करवा दिया सतर्कता दृष्टांत के उप कर्मचारी द्वारा पूर्व में लेखपाल को ट्रैक करने की धमकी दी गई थी जिसकी सूचना लेखपाल द्वारा उच्च अधिकारियों को तत्सम से ही दे दी गई थी अधिकारियों द्वारा समय पर आवश्यक का कार्यवही न करने के कारण एक सप्ताह बाद लेखपाल को फर्जी रूप से ट्रैप करवा दिया गया। संघ मंत्री ने कहा इस प्रकार की शान झूठा फसाने की अन्य घटना लेखपाल ऑन के साथ हो रही है जहां-जहां घटनाएं कमरे में कैद हो गई है वहां सोशल मीडिया पर झूठा फसाने संबंधी तथ्य उजागर हुए हैं लेखपाल फील्ड का कर्मचारी होने के कारण उसके साथ झूठ फसाने के तत्व समानता केदो में कैद नहीं हो पाते हैं ईमानदार लेखपाल कर्मचारी भी वर्तमान परिवेश में भय के कारण जन सामान्य से दूर होता जा रहा है और सही कार्य करने में भी डर रहा है जिससे सरकार एवं सरकारी कर्मचारियों की छवि धूमल हो रही है और आम जनता में सरकार एवं सरकारी सिस्टम के प्रति विश्वास एवं नकारात्मक का भाव बढ़ता जा रहा है प्रदेश के लेखपालों में झूठी घटनाओं के कारण आक्रोश व्याप्त है।
शाखा लेखा परीक्षक अंकित सक्सेना ने कहा लेखपाल राजस्व विभाग का फील्ड कर्मचारियों है जिसका संबंध जनता से सिद्ध होता है जनता की भूमि विवाह सहित अधिकांश समस्याओं से संबंधित संदर्भ निस्तारण हेतु लेखपाल के पास ही आते हैं दो पक्षों के विवाद के निस्तारण संबंधी की गई कार्रवाई सी किसी एक पक्ष का संतुष्ट होना स्वाभाविक है पंचायत विकास विभाग की विभिन्न योजना हेतु भूमि उपलब्ध कराने एवं अवैध आक्रमण की स्थिति में आक्रमण हटाने की कार्यवाही से भी अत्याचारी प्रभावित व्यक्तियों के परिवार लेखपाल से दुश्मनी ठान लेता है और लेखपाल को क्षेत्र की राजनीति में घसीटने का भी प्रयास किया जाता है इस प्रकार विधि विरुद्ध कार्य करने में असफल एवं विविध कर्म से संतुष्ट व्यक्ति लेखपालों के खिलाफ साजिश करके एंटी करप्शन टीम द्वारा पकड़वाने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है जिसे रोकना होगा।
संगठन मंत्री लाल बहादुर ने कहा एंटी करप्शन कार्यालय द्वारा सामान्य शिकायत के आधार पर बातचीत तथ्यों का परीक्षण किए बगैर शिकायतकर्ताओं को उकसा कर स्वयं बोल-बोलकर शिकायती प्रार्थना पत्र लिखवाया जाता है और प्रि ट्रैप जांच की कागजी औपचारिक कर उसी दिन अथवा अगले दिन लेखपाल को फंसाने के विविध प्रयास करके गिरफ्तार कर लिया जाता है अधिकांश प्रकरणों में शिकायत पत्र में उल्लेखित कार्य लेखपाल से संबंधित भी नहीं होता है और नहीं लेखपाल द्वारा कोई रिश्वत की मांग की गई होती है लेखपाल को सामने मिलने पर शिकायतकर्ता द्वारा जबरन उसकी जेब, हाथ, वाहन, कक्ष में पैसा रखवा दिया जाता है और टीम द्वारा जबरन पकड़ कर लेखपाल के हाथ में पैसा रखवा कर अथवा पाउडर लगाकर अथवा अपने पाउडर लगे हाथ से लेखपाल का हाथ पकड़ कर पानी के गिलास में धुलवाए जाते हैं यह कार्य प्रणाली अत्यंत निंदनीय है जिस पर तत्काल रोक नहीं लगाई गई तो इसके भयानक परिणाम सामने आ सकते हैं।
उप मंत्री पुष्पेंद्र यादव ने कहा उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ भ्रष्टाचार का विरोधी है किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार पर रोक लगाया जाना स्वच्छ प्रशासन एवं कल्याणकारी राज्य के लिए आवश्यक है किंतु टारगेट पूरा करने अथवा जान सामान में सरकारी कर्मचारियों की छवि खराब करने के उद्देश्य से किसी भी लेखपाल कर्मचारियों को राजस्थान फसाया जाना अथवा सामान्य शिकायत मात्रा के आधार पर जबरन गिरफ्तार किया जाना कर्मचारी एवं उसके परिवार के विश्व को बर्बाद करने जैसा बड़ा महापाप है वर्षों तक मुकदमा ट्रायल के पश्चात आरोप मुक्त होने के बावजूद कर्मचारियों पर लगा कलंक सामाजिक प्रतिष्ठा एवं आर्थिक व मानसिक प्रताड़ना तथा विभाग की धूमिल हुई छवि की प्रतिपूर्ति नहीं हो सकती उन्होंने लेखपालों को एंटी करप्शन टीम द्वारा झूठे फंसाए जाने की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए ऐसी द्वेष पूर्ण कार्यों पर तत्काल रोक लगाई जाने की भी मांग की।
धरना स्थल पर कार्यालय खुलने के उपरांत भारी तादाद में पहुंचे लेखपाल एवं राजस्व कर्मचारियों ने धरना दिया तथा एंटी करप्शन टीम के विरुद्ध जमकर हंगामा करते हुए नारेबाजी की तथा दोषी लोगों के विरुद्ध कार्यवाही किए जाने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री के नाम एसडीम प्रेमपाल सिंह को ज्ञापन सौंपते हुए मुख्यमंत्री से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की।
धरना स्थल पर राजस्व निरीक्षक सतीश कुमार विवेक विक्रम रियाजुद्दीन किशन लाल बृजपाल ओम बाबू नागेंद्र लेखपाल पुष्पेंद्र कुमार यादव हरीश यादव राकेश यादव कामेश सक्सेना, अवधेश यादव शशिकांत शर्मा कौशल यादव प्रेमपाल सिंह लाल बहादुर प्रभारी राजस्व निरीक्षक विनोद कुमार साहू हेमेंद्र कुमार यादव नदीम अहमद प्रभारी राजस्व निरीक्षक विवेक विक्रम जितेंद्र कुमार सिंह सुशील शर्मा महिला लेखपाल अनू श्रीमती मंगलेश हेमंत कुमार मनोज यादव सहित भारी तादाद में लेखपाल एवं राजस्व कर्मचारी उपस्थित थेl