Panjab शिरोमणि अकाली दल ने पंजाब में चार सीटों पर लड़े जा रहे उपचुनाव से दूरी बना रखी है। इसके बावजूद यह पार्टी चर्चा में बनी हुई है। भाजपा के तमाम उम्मीदवार अपने पुराने सहयोगी के नाम का सहारा लेते दिखाई दे रहे हैं।
यह सभी शिरोमणि अकाली दल और प्रकाश सिंह बादल का गुणगान कर रहे हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का कहना है कि भाजपा और शिरोमणि अकाली दल आपस में मिले हुए हैं।
बीते गुरुवार को Panjab भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने शिरोमणि अकाली दल को लेकर एक्स पर एक पोस्ट लिखी थी। इसमें उन्होंने प्रदेश की राजनीति में इस पार्टी की जरूरत पर जोर दिया था।
उन्होंने लिखा था कि मैं हमारे सर्वोच्च धार्मिक निकाय, श्री अकाल तख्त साहिब से आदरपूर्वक अपील करता हूं कि वे सुनिश्चित करें कि दोषी व्यक्ति अपनी गलतियों को पहचानें और उचित रूप से फटकार लगाई जाए। हालांकि, पंथिक पार्टी की रक्षा करना भी जरूरी है।
बता दें कि 30 अगस्त को अकाल तख्त ने शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को सिख धार्मिक आचार संहिता का दोषी घोषित किया था।
Panjab यह फैसला 2012 और 2017 के बीच उनकी गलतियों पर लिया गया था।
इसके चलते सुखबीर सिंह बादल पर राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने पर रोक लग गई और उनकी पार्टी को भी उपचुनावों से दूरी बनानी पड़ी। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक बरनाला से भाजपा उम्मीदवार केवल ढिल्लों ने कहाकि किसी न किसी को अकाली दल से खाली हुई जगह भरनी होगी।
साथ ही उन्होंने क्षेत्र के वोटरों से अपील की कि वह उन्हें 2007 से 2017 के कांग्रेस विधायक के रूप में किए गए काम के आधार पर वोट करें।
उस वक्त प्रकाश सिंह बादल Panjab के मुख्यमंत्री थे।
इससे पहले, बीते हफ्ते ढिल्लों ने प्रकाश सिंह बादल की तारीफ वाला एक वीडियो भी पोस्ट किया था।
बाद में ढिल्लों ने कहाकि आज राजनीति का गिरता स्तर देखकर उन्हें प्रकाश सिंह बादल की याद आ रही है। हालांकि भाजपा से एकमात्र ढिल्लों ही नहीं हैं जो शिरोमणि अकाली दल के इस बड़े नेता की तारीफ कर रहे हैं।
Panjab गिदरबाहा में सुखबीर सिंह बादल के भतीजे और भाजपा नेता मनप्रीत सिंह बादल ने भी एक पुराना वीडियो पोस्ट किया। इसमें सीनियर बादल अपने भतीजे की तारीफ करते नजर आ रहे हैं।
वीडियो में वह कह रहे हैं कि मनप्रीत गिदरबाहा को बहुत ज्यादा प्यार करता है। वह यहां के लोगों के लिए आसमान से तारे भी तोड़ लाएगा। ढिल्लों और मनप्रीत अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में लगातार पूर्व मुख्यमंत्री का जिक्र करते रहते हैं।
Panjab ढिल्लों, मनप्रीत और जाखड़ के अलावा छब्बेबाला और डेरा बाबा नानक से भाजपा उम्मीदवार रवि करण कहलों और सोहम सिंह ठंडल भी शिरोमणि अकाली दल से नेता रह चुके हैं।
ऐसे में अब यह सभी अपने पुराने दल और पुराने नेता के नाम और काम को भुनाने की तैयारी में हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी का कहना है कि भाजपा और शिरोमणि अकाली दल के बीच अंदरखाने खिचड़ी पक रही है। आप प्रवक्ता नील गर्ग ने कहाकि अकाल तख्त ने केवल सुखबीर के चुनाव में भाग लेने पर रोक लगाई थी।
लेकिन दूसरे नेता चुनाव लड़ सकते थे। वहीं, कांग्रेस का कहना है कि किसान कानूनों पर एसएडी भाजपा से गठबंधन तोड़ने पर मजबूर हुई थी। लेकिन अंदरूनी तौर पर यह लोग अभी भी साथ ही हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारे। चंडीगढ़ में उनके पार्षद ने भाजपा के मेयर उम्मीदवार को वोट दिया और उन्होंने उपचुनाव से दूरी बना ली है।
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