UP News-उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के जफराबाद थाना क्षेत्र से सामने आए एक सनसनीखेज हत्याकांड ने पूरे इलाके को हैरान कर दिया है। यहां एक बीटेक पास युवक ने पारिवारिक विवाद और पैसों के लालच में अपने ही माता-पिता की बेरहमी से हत्या कर दी। यही नहीं, साक्ष्य छिपाने के लिए उसने दोनों के शवों को बोरों में भरकर गोमती नदी में फेंक दिया।
क्या है पूरा मामला?
अहमदपुर गांव के रहने वाले श्यामबहादुर रेलवे से एक साल पहले ही सेवानिवृत्त हुए थे। वह अपनी पत्नी बबीता देवी और इकलौते बेटे अंबेश कुमार के साथ अपने तीन मंजिला आलीशान मकान में रहते थे। अंबेश बीटेक करने के बाद कोलकाता में एक अच्छी नौकरी कर रहा था। बाहर से देखने पर परिवार बेहद संपन्न और खुशहाल नजर आता था, लेकिन भीतर ही भीतर संपत्ति और पैसों को लेकर विवाद की आग सुलग रही थी।
गुमशुदगी की रिपोर्ट से खुला राज
घटना का खुलासा तब हुआ जब मृतक की बेटी वंदना देवी ने 13 दिसंबर को जफराबाद थाने में अपने माता-पिता की गुमशुदगी दर्ज कराई। वंदना ने बताया कि उसके पिता और माता 8 दिसंबर से लापता हैं। हैरानी की बात यह थी कि भाई अंबेश भी माता-पिता को खोजने के बहाने निकला और 12 दिसंबर से गायब हो गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी सिटी आयुष कुमार श्रीवास्तव के निर्देशन में तीन टीमें गठित की गईं। पुलिस ने जब घेराबंदी कर 15 दिसंबर को अंबेश को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने जो सच उगला उसे सुनकर पुलिसकर्मियों के भी पैरों तले जमीन खिसक गई।
सिलबट्टे से किया वार, फिर नदी में बहाए शव
पूछताछ में अंबेश ने कबूल किया कि 8 दिसंबर की रात करीब 8 बजे उसका अपने माता-पिता से विवाद हुआ था। गुस्से और संपत्ति की हवस में पागल होकर उसने घर में रखे सिलबट्टे से दोनों के सिर पर ताबड़तोड़ वार किए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। रात के अंधेरे में उसने दोनों शवों को बोरे में कसकर बांधा और गोमती नदी में फेंक दिया।
शवों को बरामद करने के प्रयास जारी
पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर श्याम बहादुर के घर की तलाशी ली, जहां से हत्या में प्रयुक्त सामान और अन्य साक्ष्य जुटाए गए हैं। गोमती नदी में गोताखोरों की मदद से शवों को बरामद करने के प्रयास किए जा रहे हैं। आरोपी के खिलाफ हत्या और साक्ष्य मिटाने की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

