Uttar Pradesh : हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में कार्तिक पूर्णिमा मेले का मुख्य स्नान जारी है। ब्रह्म काल से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। मेला स्थल के साथ ब्रजघाट और पूठ में लगभग 35 से 40 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। आस्था से ओतप्रोत श्रद्धालु मां गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ अर्जित कर रहे हैं। सुरक्षा की दृष्टि से पूरे क्षेत्र में चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात हैं और जमीन से लेकर आसमान तक निगरानी की जा रही है।
Uttar Pradesh : सख्त सुरक्षा इंतजाम और रूट डायवर्जन
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए एसपी ज्ञानंजय सिंह ने पुलिसकर्मियों को विभिन्न प्वाइंटों पर तैनात किया है। मेले में प्रत्येक सेक्टर के लिए एक-एक जोनल मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है और उनके साथ पुलिस अधिकारी लगातार क्षेत्र का निरीक्षण कर रहे हैं। भीड़भाड़ वाले इलाकों, सदर बाजार और मीना बाजार में बिना वर्दी की महिला पुलिसकर्मी भी मौजूद हैं। वाहनों के दबाव को नियंत्रित करने के लिए मंगलवार सुबह से ही हाईवे पर रूट डायवर्जन लागू कर दिया गया है। अमरोहा और हापुड़ की ओर से आने वाले वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से भेजा जा रहा है।
Uttar Pradesh : महाआरती में उमड़ा जनसैलाब
मंगलवार की शाम गंगानगरी और ब्रजघाट में मां गंगा की महाआरती का भव्य आयोजन हुआ। इस अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इस बार मेला स्थल और ब्रजघाट दोनों ही स्थानों पर काशी की तर्ज पर महाआरती स्थल बनाए गए हैं। मुख्य स्नानघाट पर पुरोहित विनोद शर्मा शास्त्री, गोविंद शास्त्री और अन्य पुरोहितों ने शंख ध्वनि के साथ आरती शुरू की। वहीं, ब्रजघाट में गंगा सभा आरती समिति के तत्वावधान में भी दिव्य आरती संपन्न हुई। श्रद्धालुओं ने आरती में भाग लेकर मां गंगा की अराधना की और वातावरण गंगा जयकारों से गूंज उठा।
Uttar Pradesh : किसानों की भागीदारी और दीपदान से जगमगाए घाट
कार्तिक पूर्णिमा मेले में भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के जिलाध्यक्ष दिनेश खेड़ा के नेतृत्व में किसानों ने मां गंगा के जल में खड़े होकर शांतिपूर्ण मेला संपन्न होने की प्रार्थना की। संगठन ने सरकार द्वारा गन्ना मूल्य बढ़ाने के निर्णय का स्वागत किया और श्रद्धालुओं को खिचड़ी व प्रसाद का वितरण किया। कार्तिक पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर श्रद्धालुओं ने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए दीपदान किया, जिससे गंगा तट दीपों से जगमगा उठे। गंगा किनारे ऐसा दृश्य प्रतीत हुआ मानो आसमान के तारे धरती पर उतर आए हों। अपनों की याद में दीप प्रवाहित करते समय कई श्रद्धालुओं की आंखें नम हो गईं।

