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जींद में बारिश और ओलावृष्टि: अनाज मंडियों में खुले में रखी गेहूं की फसल भीगी

जींद: शनिवार को हरियाणा के जींद में बारिश और ओलावृष्टि हुई. जिसकी वजह से मंडियों में खुले में रखी गेहूं की फसल भीग गई. जिससे किसानों और आढ़तियों को काफी परेशानी हुई. जींद में शनिवार को 10.6 एमएम बारिश दर्ज की गई. इसके अलावा नरवाना और उचाना में एक-एक एमएम बारिश दर्ज की गई. मौसम विभाग के अनुसार 29 अप्रैल तक हरियाणा में बारिश के आसार बने रहेंगे.

 

 

 

जींद में बारिश से गेहूं भीगा: बारिश की वजह से अगले कुछ दिनों तक तूड़ी का काम प्रभावित रहेगा. वहीं खुले में रखे गेहूं को सूखने में भी कुछ समय और लगेगा. शुक्रवार देर शाम को ही मौसम ने अपने मिजाज बदलने शुरू कर दिए थे. लगभग आठ बजे गरज और चमक के साथ बूंदाबांदी शुरू हो गई. रात को कहीं-कहीं तेज बारिश हुई, तो कहीं ओलावृष्टि भी हुई. हालांकि ये कुछ समय के लिए ही हुई, लेकिन अनाज मंडियों में रखा गेहूं भीग गया.

 

 

बारिश से तापमान में गिरा: दूसरी तरफ बारिश ने कुछ हद तक गर्मी से राहत दी और मौसम सुहाना हो गया. शनिवार को पूरा दिन सूर्य देवता बादलों के बीच अठखेलियां करते रहे. शनिवार को अधिकतम तापमान में दो डिग्री की गिरावट आई और तापमान 37 डिग्री पर आ गया. जबकि न्यूनतम तापमान में भी एक डिग्री की गिरावट आई और ये 22 डिग्री दर्ज किया गया. मौसम में आद्रता 21 प्रतिशत तथा हवा की गति 11 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई.

 

 

95 प्रतिशत गेहूं कटाई का काम पूरा: मौसम विभाग के अनुसार मौसम परिवर्तनशील रहने के साथ शनिवार को भी बादल आकाश में दिखाई देंगे. जींद की अनाज मंडियों में शुक्रवार तक 62 लाख क्विंटल से ज्यादा गेहूं पहुंच चुका था. जिसमें से 58 लाख क्विंटल से ज्यादा की खरीद हो चुकी थी. गेहूं कटाई का 95 प्रतिशत से ज्यादा कार्य पूरा हो चुका है. ऐसे में मंडियों में गेहूं की आवक भी कम होने लगी है.

 

 

आने वाले दिनों में भी बारिश की आशंका: जिससे प्रशासन को कुछ राहत तो है, लेकिन लिस्टिंग धीमे होने के चलते मंडियों में खुले आसमान के नीचे किसानों का पीला सोना पड़ा है. ऐसे में रात को हुई बारिश के बाद खुले में पड़ी गेहूं भीग गई. मौसम विभाग ने रविवार को भी वर्षा की आशंका जताई है. अगर मंडी में गेहूं वर्षा से भीगने से खराब होता है, तो उसका नुकसान आढ़ती का होगा.

 

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