Maharashtra Election: कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला ने कहा कि एमवीए पूरी तरह से एकजुट है और चुनावों के बाद मुख्यमंत्री के पद पर फैसला करने में कोई समस्या नहीं आएगा। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि महायुति ने एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद का चेहरा क्यों घोषित नहीं किया, जब वह वर्तमान में मुख्यमंत्री हैं।
कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला ने रविवार को कहा कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को अपनी ताकत से चुनावों में स्पष्ट बहुमत मिलेगा और इस जीत के लिए किी भी दूसरे पक्ष से दल बदल करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। चेन्निथला ने यह भी दावा किया कि सत्तारूढ़ महायुति में आंतरिक मतभेद हैं और भाजपा अपने सहयोगियों को खत्म करने की कोशिश कर रही है।
यह भी सवाल उठाया
चेन्निथला ने कहा कि एमवीए पूरी तरह से एकजुट है और चुनावों के बाद मुख्यमंत्री के पद पर फैसला करने में कोई समस्या नहीं आएगा। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि महायुति ने एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद का चेहरा क्यों घोषित नहीं किया, जब वह वर्तमान में मुख्यमंत्री हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक रहोगे तो सुरक्षित रहोगे’ और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के नारों को लेकर चेन्निथला ने आरोप लगाया कि ये नारे महाराष्ट्र की संस्कृति और लोकनीति के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि ये नारे महाराष्ट्र के लोगों को पसंद नहीं आए हैं और न ही अजित पवार और पंकजा मुंडे जैसे महायुति के नेताओं की इन नारों पर सहमति है। चेन्निथला ने कहा कि महायुति में काफी असहमति है, जिसका असर चुनावों में दिखेगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा अपने सहयोगियों को खत्म करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि एमवीए पूरी तरह एकजुट है और इसके अंदर कोई लड़ाई नहीं है। उन्होंने कहा कि 80 फीसदी बागियों को भी मना लिया गया है और एमवीए के भीतर कोई मतभेद नहीं हैं।
अजित पवार के एमवीए में शामिल होने के सवाल पर चेन्निथला ने कहा, मैं ऐसा नहीं सोचता हमें अपनी ताकत से बहुमत मिलेगा और किसी के भी दल-बल की आवश्कता नहीं पड़ेगी। चेन्निथला ने यह भी कहा कि कांग्रेस कभी पहले से मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं करती। एमवीए चुनावों के बाद इस पर फैसला लेगा। हमने इस बारे में कोई चर्चा नहीं की है। हमारा फोकस इस भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकने पर है। महायुति सरकार देश की सबसे भ्रष्ट सरकार है। उन्होंन स्पष्ट किया कि एमवीए अपने दम पर चुनाव जीतने के लिए पूरी तरह तैयार है और मुख्यमंत्री पद पर फैसला चुनाव परिणाम के बाद लिया जाएगा।