जमीनी विवाद को लेकर दातागंज में हुआ दो पक्षों में खूनी संघर्ष..गोली लगने से तीन घायल
पुलिस के पहुंचने के बाद दोनों गुटों के लोग मौके से भागे,घायलों को सीएचसी केंद्र में कराया भर्ती
दातागंज। कोतवाली दातागंज क्षेत्र के गांव करीमगंज में रंजिश को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया।एक घंटे तक दोनों तरफ कई राउंड फायरिंग हुई। इससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई।इस दौरान दोनों पक्षों के तीन युवक गोली लगने से घायल हो गए। एक के सीने में गोली लगी है।जिससे उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।पुलिस के पहुंचने के बाद दोनों गुटाें के लोग मौके से भाग गए। घायलों को दातागंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया है।
कोतवाली क्षेत्र के गांव करीमगंज निवासी वीरेंद्र यादव और कृष्णपाल यादव में जमीनी विवाद को लेकर पिछले तीन साल से रंजिश चली आ रही है। आए दिन दोनों परिवार आमने-सामने आ जाते हैं।
मंगलवार को वीरेंद्र यादव के परिजन खेत पर बाजरे की फसल काट रहे थे। तभी कृष्णपाल यादव पक्ष के लोग वहां पर पहुंच गए। पिछले बुधवार में दोनों पक्षों में हुई मारपीट की बात को लेकर फिर से कहासुनी शुरू हो गई। देखते-देखते मारपीट होने लगी। बाद में दोनों पक्षों ने तमंचे निकाल लिए और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी|आसपास के खेतों में काम कर रहे लोग मौके से भाग गए। एक घंटे तक दोनों पक्षों के बीच खूनी संघर्ष चलता रहा।कृष्णपाल के बेटे सुनील और संजीव जबकि वीरेंद्र के बेटे अमरजीत को गोली लग गई।संजीव सीने में गोली लगने से गंभीर घायल हुए हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस को देख आरोपी मौके से भाग गए। पुलिस ने तीनों घायलों को उपचार के लिए दातागंज के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से तीनों की हालत गंभीर देखते हुए रेफर कर दिया।तीन साल से चल रही रंजिश, पुलिस बैठी रही खामोश:-दोनों परिवारों में तीन साल से रंजिश चल रही है। इस रंजिश के तहत वह कई बार आमने-सामने आ चुके हैं।मामले की तहरीर पुलिस को भी दी जा रही है, लेकिन किसी बार की घटना को गंभीरता से नहीं लिया। अगर पुलिस इस मामले में पहले ही कड़ी कार्रवाई करती तो शायद इतनी बड़ी घटना नहीं होती।