पिता लेकर आए थे मछली, बेटा खाना चाहता था आमलेट,नहीं मिला तो फंदे से लटककर कर ली आत्महत्या
बदायूं|हजरतपुर थाना क्षेत्र के गांव सुकटिया रूंद में शुक्रवार शाम मां ने अंडे खाने को रुपये नहीं दिए तो 25 वर्षीय बेटे ने फंदे से लटककर जान दे दी। शाम के समय उसके पिता मछली खरीदकर लाए थे, लेकिन वह अंडा खाना चाहता था।जब मां ने उसे रुपये नहीं दिए तो वह नाराज होकर घर से निकल गया और गांव के बाहर बाग में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। इसकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसके शव का पोस्टमार्टम करा दिया है।
ग्राम सुकटिया रूंद निवासी आदर्श पांच भाइयों में सबसे छोटा था। अभी उसका विवाह नहीं हुआ था।वह गांव में रहकर अपने पिता के साथ खेतीबाड़ी कर रहा था। उसके चारों बड़े भाई दिल्ली में रहकर मजदूरी करते हैं।बताते हैं कि शुक्रवार शाम आदर्श के पिता हंसराज नजदीकी बाजार से मछली खरीदकर लाए थे। उसकी मां गुड्डो देवी मछलियों को साफ कर रही थी। उसी दौरान आदर्श खेत से घर आया था। उसने अपनी मां को मछली साफ करते देखा तो उसने अंडे खाने की इच्छा जताई।उसने मां से कहा कि वह मछली नहीं खाएगा, वह अपने लिए दुकान से अंडे लेकर आएगा। आमलेट बनाकर खा लेगा। इसके लिए कुछ रुपये दे दो।मां ने अपने पास रुपये होने से इनकार कर दिया, जिससे युवक नाराज होकर घर से निकल गया। इससे परिवार वाले उसे देर रात तक तलाश करते रहे लेकिन उसका कहीं कुछ पता नहीं चला।आज शनिवार सुबह करीब दस बजे कुछ ग्रामीण गांव से करीब एक किलो मीटर दूर बाग में गए, जहां उन्होंने एक पेड़ पर रस्सी के फंदे से युवक का शव लटका देखा।
ग्रामीण की सूचना पर युवक के परिवार वाले पहुंच गए। बाद में उन्होंने सूचना देकर थाना पुलिस को बुला लिया, जिससे पुलिस ने दोपहर के समय उसके शव का पोस्टमार्टम करा दिया। युवक की मौत से उसकी मां काफी दुखी है। उनका कहना है कि अगर उन्हें पता होता कि बेटा आत्महत्या कर लेगा तो वह किसी से रुपये उधार ले आती और बेटे की इच्छा पूरी करती।