(जरीफनगर गोलीकांड) हत्यारोपियों ने नाबालिग बच्चे को भी नही बख्शा- जब नाबालिग ट्रॉली में छिपा तो हत्यारोपियों ने ट्रॉली पर चढ़कर उसे भी गोलियों से भून डाला,
जब नाबालिग ट्रॉली में छिपा तो हत्यारोपियों ने ट्रॉली पर चढ़कर उसे भी गोलियों से भून डाला,
(जरीफनगर गोलीकांड) हत्यारोपियों ने नाबालिग बच्चे को भी नही बख्शा- जब नाबालिग ट्रॉली में छिपा तो हत्यारोपियों ने ट्रॉली पर चढ़कर उसे भी गोलियों से भून डाला,
बदायूं। जरीफनगर इलाके के आरिफपुर भक्ता नगला गांव में खूनी रंजिश के दौरान हत्यारोपियों ने नाबालिग जयप्रकाश को भी नहीं बख्शा। वह गोलियां चलते देखकर सहम गया था। अपनी जान बचाने के लिए ट्रॉली में छिपकर बैठ गया था लेकिन हत्यारोपियों पर जुनून सवार था। उन्होंने ट्रॉली पर चढ़कर नाबालिग जयप्रकाश को दो गोलियां मारीं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। करीब 15 वर्षीय जयप्रकाश महीपाल का तीसरे नंबर का बेटा था। वो फसल में खाद लगवाने अपने पिता के साथ खेत पर आया था। हालांकि महीपाल के बड़े बेटे 26 वर्षीय वीरपाल, 22 वर्षीय रोहताश और 13 वर्षीय मंजू मौके पर मौजूद होने की बात सामने नहीं आई है। पुलिस इसकी छानबीन कर रही है।बताया जा रहा है कि जिस वक्त अमर सिंह के लोग फायरिंग करते हुए खेत पर पहुंचे थे। जयप्रकाश उनसे डर गया था। वह खेत में खड़ी ट्रॉली में जाकर छिप गया था। तब तक फायरिंग की आवाज सुनकर गांव के तमाम लोग भी पहुंच गए थे लेकिन उनकी आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं हुई। अमर सिंह पक्ष के लोगों ने देखते ही देखते सतेंद्र को दो गोलियां मारीं। हरिओम को सिर में गोली मारी। बाकी लोग अपनी जान बचाने के लिए भाग खड़े हुए थे। हमलावर उन्हें ढूंढ़ ढूंढ़कर गोली मार रहे थे। आखिर में उन्होंने नाबालिग जयप्रकाश को भी नहीं छोड़ा। ट्रॉली में चढ़कर उसको दो गोलियां मारीं, जिससे उसकी ट्रॉली में ही मौत हो गई।
मौके पर मौजूद था सिपाही, नहीं रोक सका फायरिंग:- प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जिस वक्त अमर सिंह पक्ष के लोग फायरिंग कर रहे थे। उस वक्त जरीफनगर थाने का सिपाही शिवकुमार मौके पर पहुंच गया था लेकिन वह अकेले खूनी खेल नहीं रोक सका। बताते हैं कि जयप्रकाश ने सिपाही से खुद को बचाने की भी गुहार लगाई थी। जब तक सिपाही आरोपियों को रोक पाता। उससे पहले आरोपियों ने जयप्रकाश को गोली मार दी।
एक घंटे बाद पहुंची थाना पुलिस:- यह घटना करीब साढ़े 11-12 बजे की है जबकि थाना पुलिस एक घंटे बाद मौके पर पहुंची। उनके बाद सीओ चंद्रपाल सिंह, फिर एसपी देहात अजय प्रताप सिंह, उनके बाद एसएसपी डॉ. ओपी सिंह और उनके बाद डीएम मनोज कुमार, आईजी डॉ. राकेश सिंह व एडीजी प्रेमचंद मीणा मौके पर पहुंचे।
दोनों पक्षों ने दी तहरीर दी, एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई शुरू:- इस तिहरे हत्याकांड में एक पक्ष से महीपाल के बड़े बेटे वीरपाल ने पुलिस को तहरीर दी है। दूसरी ओर से रेशमपाल की पत्नी मुन्नी देवी ने घटना के संबंध में पुलिस को तहरीर दी है। दोनों तहरीर पर एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।