इस तरह करें घर बैठे करें Char Dham Yatra के लिए रजिस्ट्रेशन
This is how to register for Char Dham Yatra sitting at home
सभी शृद्धालुओ को चारधाम यात्रा को लेकर बेसब्री से इंतज़ार है तो वहीँ चारधाम यात्रा के शुरू होने के दिन करीब आ रहे है आपको बतादें कि 22 अप्रैल से शुरू होने जा रही उत्तराखंड की चार धाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। उत्तराखंड सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा की जा रही एडवांस बुकिंग के लिए आपके पास कुछ दस्तावेजों का होना जरूरी है जो हम आपको यहां बता रहे हैं।
कैसे करें घर बैठे पंजीकरण
आपको बताते चले कि चूंकि पर्यटन राज्य सरकार की आय का सबसे महत्वपूर्ण स्त्रोत है, इसलिए सरकार द्वारा यात्रा की पूरी तैयारियां की जा रही हैं और यात्रियों को किसी तरह की दिक्कत ना हो, इसके लिए भी पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं। चार धाम यात्रा के पंजीकरण के लिए अब आपको लाइन में नहीं लगना पड़ेगा और घर बैठे आप अपने कंप्यूटर या मोबाइल से इसके लिए पंजीकरण कर सकते हैं जिसके लिए आपको ये स्टेप्स फॉलो करने होंगे
कैसे करें रजिस्ट्रशन
सबसे पहले www.registrationandtouristcare.uk.gov.in पर जाएं और और यहां चार धाम यात्रा 2023 ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का विकल्प चुनकर जरूरी जानकारी को भरकर साइन इन करें। इसके बाद आपका मोबाइल नंबर मांगा जाएगा जिसके बाद आपके मोबाइल पर ओटीपी आएगा। इस प्रक्रिया पूरी करने के बाद आप साइट पर लॉगिन कर पंजीकरण वाले पेज पर पहुंच जाएंगे जहां आपके सामने कई विकल्प होंगे।
इसके बाद ‘प्लान यूअर टूर’ के विकल्प पर क्लिक करेंगे और फिर एड न्यू टूर पर क्लिक करना होगा। जहां नया पेज आपके सामने होगा। यहां आपको यात्रा की अवधि (आने जाने की तारीख), पर्यटकों की संख्या, और यात्रा का माध्यम चुनकर भरना होगा। यहां आपके सामने स्लॉट दिखाई देंगे की उस तारीख में उपलब्ध हैं या नहीं। इसके अलावा यात्रा का डेस्टिनेशन (बदरीनाथ, केदारनाथ) को सलेक्ट कर तारीख का चयन करना होगा।
फिर एड बटन पर क्लिक कर सेव करें। इसके बाद नए पेज पर आपको अपनी पूरी जानकारी, आधार नंबर, एड्रेस आदि भरना होगा और अपना फोटो और आईडी प्रूफ अपलोड करना होगा।
इस बार टूट सकता है रिकॉर्ड
चारधाम यात्रा में पिछले सभी रिकार्ड टूटने का अनुमान लगाया जा रहा है। अभी तक लाखों यात्री इसके लिए पंजीकरण करवा चुके हैं। पहली बार तीर्थयात्रा में क्यूआर कोड प्रणाली लागू की गयी है। पर्यटन विभाग के उपनिदेशक योगेंद्र गंगवार ने बताया कि पंजीकरण कराने वाले प्रत्येक श्रद्धालु के मोबाइल फोन में यह क्यूआर कोड भेजा जाएगा जिसके आधार पर उन्हें मंदिर में जाने के लिए टोकन दिया जाएगा।