उत्तर प्रदेशआपराध

दोहरे हत्याकांड से दहल गया था पूरा गांव, ऑनर-किलिंग मामले मे माता/पिता सहित चार लोगो को कोर्ट ने सुनाई फांसी की सजा,

दोहरे हत्याकांड से दहल गया था पूरा गांव, ऑनर-किलिंग मामले मे माता/पिता सहित चार लोगो को कोर्ट ने सुनाई फांसी की सजा,

14 मई वर्ष 2017 को परिजनों ने शादी करवाने का झांसा देकर दोनों लोगो को घर बुलाकर कुल्हाड़ी से काटकर कर दी थी हत्या,

जयकिशन सैनी

बदायूं| ऑनर किलिंग में मां-बाप समेत 4 लोगों को फांसी की सजा सुनाई गई है। मामला वर्ष 2017 का है। घरवालों के तैयार न होने पर लड़की प्रेमी के साथ अपने घर से भाग कर चली गई थी। घरवालों ने शादी का झांसा देकर बेटी और उसके प्रेमी को घर पर बुलाया। इसके बाद कुल्हाड़ी से काटकर प्रेमी की हत्या कर दी। बेटी बचाने आई तो उसको भी मार डाला। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उरैना गांव की आशा का गांव के ही सजातीय युवक गोविंद से प्रेम प्रसंग था। घर वालों के विरोध के बाद भी दोनों आपस में मिलते जुलते रहते थे। घर वालों ने दबाव डाला तो दोनों घर से भाग गए।

14 मई 2017 को परिजनों ने शादी करवाने का झांसा देकर दोनों को घर बुला लिया। इसके बाद दोनों की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी। प्रेमी युवक के पिता ने पप्पू की तहरीर पर पुलिस ने किशनलाल और उसकी पत्नी जलधारा और इनके बेटे विजयपाल, रामवीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने घटना के 24 घंटे के अंदर आला कत्ल बरामद करते हुए मुख्य आरोपी किशनलाल को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद अन्य तीन आरोपियों को भी पकड़ लिया था। गोविंद दिल्ली में रहकर काम करता था। बताया जाता है कि जब पिता किशनपाल दोनों का शव फेंकने जा रहा था तभी पड़ोस में रहने वाली महिला ने देख लिया। उसने शोर मचाया तो गांव के लोग एकत्र हो गए। इसके बाद उन्होंने मामले की सूचना पुलिस को दी थी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी। कोर्ट में भी पैरवी की गई। आरोपियों के खिलाफ पुख्ता साक्ष्य भी पेश किए गए। साक्ष्यों के अवलोकन के आधार पर जिला जज ने आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई है। पिता बोला 5 साल बाद मिला न्याय गोविंद के पिता का कहना है कि 5 साल बाद उन्हें न्याय मिला है। बेटे को जिस तरह मारा गया था, जब से मुंह में रोटी नहीं चली। जब भी खाना खाते तो याद आता कि बेटे को न्याय नहीं दिला पाए, आखिरकार जिंदा क्यों हैं। अब कम से कम चैन की नींद सो सकेंगे। रात ज्यादा होने के कारण परिवार के लोग सो चुके थे। उन्हें फैसले के बारे में पता चला तो मां समेत बहनें काफी खुश नजर आए।

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