चारधाम यात्रा के लिए इतनी पहुंची पंजीकरण करवाने वाली श्रद्धालुओं की संख्या
The number of devotees who have registered for Chardham Yatra has reached so much
चारधाम यात्रा को लेकर इस बात से साफ़ अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि तीर्थयात्री आनलाइन पंजीकरण खुलने के साथ ही पहले दिन शाम साढ़े पांच बजे तक 31565 तीर्थयात्री आनलाइन पंजीकरण करा चुके थे। जिसमें बदरीनाथ के लिए 14294 व केदारनाथ 17088 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराए।
वहीँ दूसरी ओर खुशखबरी यह है कि प्रशासन ने बदरीनाथ व केदारनाथ धाम के लिए आनलाइन पंजीकरण खोल दिए हैं। जबकि गंगोत्री व यमुनोत्री के कपाट खुलने की तिथि विधिवत घोषित होने के बाद इन धामों के लिए आनलाइन पंजीकरण शुरू किया जाएगा। वर्ष 2013 की आपदा के बाद चारधाम यात्रा को लेकर सरकार ने कई बदलाव किए हैं।
कोरोना महामारी के कारण चारधाम यात्रा प्रभावित रही
वहीँ दूसरी ओर आपदा के बाद वर्ष 2016 में चारधाम यात्रा के लिए फोटो मैट्रिक पंजीकरण की व्यवस्था शुरू कर दी गई थी। वर्ष 2020 व 2021 में कोरोना महामारी के कारण चारधाम यात्रा प्रभावित रही जबकि विगत वर्ष 2022 में रिकार्ड संख्या में तीर्थयात्री चारधाम यात्रा के लिए पहुंचे। विगत वर्ष भी चारधाम यात्रा के लिए आनलाइन व आफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गई थी।
धाम के कपाट खुलने की तिथि निर्धारित
आपको बताते चले कि इस वर्ष 25 अप्रैल को केदारनाथ व 27 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि निर्धारित हो चुकी है। जबकि गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि अभी अधिकारिक तौर पर घोषित नहीं की गई है। हालांकि गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट परंपरानुसार अक्षय तृतीय तिथि को खोले जाते हैं, इस वर्ष 22 अप्रैल को अक्षय तृतीय पर्व है।
आफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की जाएगी
प्रशासन ने मंगलवार को फिलहाल बदरीनाथ व केदारनाथ धाम के लिए आनलाइन पंजीकरण के लिए वेबसाइट को खोल दिया है। पर्यटन विभाग के उप निदेशक वीएस गंगवार ने बताया कि गंगोत्री, यमुनोत्री व श्रीहेमकुंड साहिब धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित होने पर इन धामों के लिए भी आनलाइन पंजीकरण खोल दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इसके अलावा ऋषिकेश तथा यात्रा मार्गों पर पूर्व के वर्ष की भांति आफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की जाएगी। आफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था चारधाम यात्रा आरंभ होने से कुछ दिन पूर्व शुरू होगी।