प्रथम श्रेणी मे चार नंबरों से चूकी छात्रा तो लगा ली फांसी,
छात्रा के केवल चार नंबर कम आए थे।
प्रथम श्रेणी मे चार नंबरों से चूकी छात्रा तो लगा ली फांसी, परिवारबालों ने कहा था – दोबारा चेक करा देंगे कॉपी
फैजगंज बेहटा इलाके में फंदे से लटककर जान देने वाली छात्रा के केवल चार नंबर कम आए थे।
जयकिशन सैनी
बदायूँ। फैजगंज बेहटा इलाके में फंदे से लटककर जान देने वाली छात्रा के केवल चार नंबर कम आए थे, जिससे उसकी प्रथम श्रेणी नहीं आ सकी। वह अपने गांव में सबसे होशियार थी। एक निजी स्कूल में पढ़ाती थी और कुछ बच्चों को ट्यूशन भी देती थी। परिवार वालों ने उसे आश्वासन दिया था कि उसकी कॉपी दोबारा चेक कराएंगे पर उसका अवसाद कम नहीं हुआ। करीब 19 वर्षीय छात्रा के चार भाई और पांच बहनें हैं। छात्रा अपने भाइयों से छोटी और बहनों से बड़ी थी। उसके माता-पिता चंडीगढ़ में रहकर मजदूरी करते हैं
जबकि तीन भाई दिल्ली में रहकर मजदूरी करते हैं। इसके बावजूद परिवार वाले छात्रा को पढ़ा रहे थे। छात्रा के हाईस्कूल में 86 प्रतिशत नंबर आए थे। परिवार वालों के मुताबिक हर समय उसका पढ़ाई में ध्यान रहता था। इससे परिवार वाले उस पर भरोसा करते थे कि वह आगे चलकर कुछ कर सकती है। 18 जून को जब उसका रिजल्ट आया तो वह परेशान हो गई। हिंदी में उसके 54 नंबर थे, गणित में 54, अंग्रेजी में 68, फिजिक्स में 58 और कैमिस्ट्री में 62 नंबर आए थे। कुल 296 नंबर आने से फर्स्ट डिवीजन में उसके केवल चार नंबर कम रह गए थे।
इतनी पढ़ाई के बावजूद नंबर कम आने पर उसको काफी दुख पहुंचा था। परिवार वालों ने उसकी हालत देखकर यह आश्वासन भी दिया था कि उसकी कॉपी उसकी कॉपी दोबारा चेक कराएंगे, अंतत: उसने फंदा लगाकर जान दे दी।