अपने ही घर मे फर्जी डकैती भी डलवा चुका है हत्या में शामिल सर्राफा व्यापारी – अब प्रिंस की हत्या के मामलें में पहुंचा जेल की सलाखों के पीछे,
व्यापारी ने अपनी बेटी के प्रेमी की हत्या उसके ही सगे छोटे भाई व उसके दोस्तों से करवा दी। हत्या भी ऐसी जिसमें हैवानियत की सारी हदें पार कर दी गई।
अपने ही घर मे फर्जी डकैती भी डलवा चुका है हत्या में शामिल सर्राफा व्यापारी – अब प्रिंस की हत्या के मामलें में पहुंचा जेल की सलाखों के पीछे,
व्यापारी ने अपनी बेटी के प्रेमी की हत्या उसके ही सगे छोटे भाई व उसके दोस्तों से करवा दी। हत्या भी ऐसी जिसमें हैवानियत की सारी हदें पार कर दी गई।
बदायूँ। प्रिंस की हत्या में शामिल सर्राफा व्यापारी का यह कोई पहला कारनामा नहीं है। इससे पहले वह अपने घर में डकैती पड़ने का षड़यंत्र कर चुका है। जिसका खुलासा छ: माह बाद बिल्सी पुलिस ने कर दिया था। राजनैतिक रसूख होने के कारण पुलिस को इस मामले में एफआर लगानी पड़ी थी। उसी व्यापारी ने अपनी बेटी के प्रेमी की हत्या उसके ही सगे छोटे भाई व उसके दोस्तों से करवा दी। हत्या भी ऐसी जिसमें हैवानियत की सारी हदें पार कर दी गयी हों। इसके पीछे 10 लाख रुपये का लालच ने खून को रिश्ते को भी तोड़ दिया। अब सर्राफा व्यापारी व प्रिंस की हत्या में उसके छोटे भाई सहित चार लोग जेल में हैं।
लड़की भगाने का बदला लेने के लिए व्यापारी के इशारे और चंद रुपयों के लालच में प्रिंस की हत्या उसके भाई ने ही दोस्तों के साथ मिलकर कर दी । हिरासत में प्रिंस के भाई ने कत्ल की चौंकाने वाली कहानी पुलिस को बताई है। मुकदमे में उसका नाम बढ़ा लिया गया है। यही सर्राफा व्यापारी अमित वार्ष्णेय की मोहल्ला संख्या छह मुख्य बाजार में दुकान है। उसी के ऊपर उनका मकान बना हुआ है। सन 16/17 फरवरी 2019 की दरम्यानी रात घर में करोड़ों की डकैती का नाटक किया था। जिसमें उसने बताया सीढ़ी से चढ़े बदमाशों ने गैस कटर से दरवाजा काटकर उसे, उनकी पत्नी पूजा, मां राजेश्वरी देवी और उनके बच्चों को तमंचे व चाकू दिखाकर बंधक बना लिया। इसके बाद बदमाश छह लाख की नगदी समेत लाखों का सामान लूट ले गये।
नगर में इस सनसनीखेज घटना से हरकोई सन्न रह गया था। मामला व्यापारी से जुड़ा था तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कई टीमों को इस मामले के खुलासे में लगाया था। पुलिस ने जांच में पाया था कि अमित ने ही पूरी घटना को प्रायोजित किया और छह माह पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए घटना को फर्जी करार दिया था। पहले जेल जाने से भाजापा नेताओ ने बचा लिया था उसके खिलाफ 182 की कार्रवाई हुयी। कारण अमित जिले के एक विधायक का साढू का बेटा था। इसके चलते उस समय वह बच गया। कुछ समय पहले उसी की बेटी प्रिंस के साथ फरार हो गयी तो उसने दिमाग लगाया और प्रिंस की हत्या सगे भाई से करा दी।
तीन लीटर पेट्रोल से जलाया था शव:- सगे भाई को दोस्तों के साथ मिलकर छत से नीचे फेंका और फिर तीन लीटर पेट्रोल डालकर उसके शव को घर के भीतर आग लगा दी। जलने के बाद उसके शव को कंबल में लपेटकर आधी रात बाद बन्नी रोड स्थित एक कुआं में फेंक दिया था। इस मामले में छोटे भाई ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं थी। जब पुलिस उसे घटना स्थल ले गयी और शव को कुआं से बरामद किया, उस समय भी हर्ष के चेहरे में तनिक मात्र भी शिकन नहीं थी । वह ऐसे सब कुछ बताता गया, जैसे उसका अपना नहीं कोई गैर हो।
जिस 16 फरवरी 2010 को हमे उस समय के तात्कालीन एसएसपी अशोक शर्मा ने बिल्सी का चार्ज दिया था। उसी रात उनका तबादला हो गया और नये एसएसपी अशोक त्रिपाठी ने ज्वाइन किया। उसी रात इस घटना को अंजाम दे दिया गया। एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी ने केवल यही करा, पूरी डकैती सही खुलनी चाहिये। छह माह की मेहनत के बाद मामला साफ दिया। अमित के यहां डकैती नहीं हुयी। वह जेवरात गिरवी रखता था, लोगों को न देने पड़े इसके चलते नाटक किया था। पूरा मामला खोल दिया था।