ग्राम पंचायतों में लगे वाटर कूलर बने शोपीस
ग्राम पंचायतों में लगे वाटर कूलर बने शोपीस*
समर इंडिया।धर्मवीर निगम।
ऊँचागांव संवाददाता।
बुलंदशहर …विकासखंड ऊंचागांव के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायतों में वाटर कूलर शोपीस ही बने हुए हैं गर्मियों में आप की प्यास बुझाने के लिए वाटर कूलर गांव में जगह-जगह लगाए गए थे सरकार का वाटर कूलर लगाने का मकसद था कि राहगीर व ग्रामीणों को मुफ्त में ठंडा व शुद्ध पानी मिल सके लेकिन ब्लॉक प्रशासन के अधिकारी सरकार को ठेंगा दिखाते हुए नजर आ रहे हैं। वाटर कूलर लगने के कुछ दिन तक तो सही चलता रहा लेकिन ब्लॉक प्रशासन की लापरवाही के चलते यह शोपीस ही बन कर रह गए।
सूत्रों के अनुसार वाटर कूलर अधिकतर ग्राम पंचायतों में लग चुके हैं।कुछ गांव में लगे वाटर कूलर तो गायब ही हैं तो कहीं पर समरसेबल तक ही गायब है आखिर कहां गए वाटर कूलर?अमरपुर, कमालपुर कचरौट नर्सेना क्षेत्र में तो वाटर कूलर की हालत बद से बदतर है सूत्रों की माने तो एक वाटर कूलर की कीमत लगभग 1 से डेढ़ लाख रुपए के बीच है। ऊंचागांव विकास खण्ड अधिकारी ग्राम पंचायतों पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। ब्लॉक के सभी कर्मचारी अपनी मनमानी करने में लगे हैं। ग्राम पंचायतों में लगे वाटर कूलरों पर कोई भी ध्यान नहीं दे रहे हैं।