Sambhal News: बिना सपोर्ट के दीवार पर टिके थे गार्डर, अधिक भार न सह पाने से गिरी थी कोल्ड स्टोर की छत
अब तक 11 लोगों की मौत- बचाव अभियान 24 घंटे बाद भी जारी -
बिना सपोर्ट के दीवार पर टिके थे गार्डर, अधिक भार न सह पाने से गिरी थी कोल्ड स्टोर की छत, अब तक 11 लोगों की मौत- बचाव अभियान 24 घंटे बाद भी जारी –
बदायूं और संभल सीमा पर गुरुवार को कोल्ड स्टोर ढहने की वजह दीवार में सपोर्ट न होना बताई गई। हादसे की सूचना पर मौके पर पहुंचीं बदायूं की बिसौली तहसील की एसडीएम निर्माण कार्य में अनियमितताएं मिली हैं। कोल्ड स्टोर जहां छत तक चार चेंबर बनाए गए, उन्हें पिलर न लगाकर दीवार में ही फंसा दिया गया था। इससे छत गिरी तो पल भर में पूरा चैंबर मलबे में तब्दील हो गया। इस हादसे में आठ लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। मरने वालों में कुछ लोग बदायूं के रहने वाले थे। बचाव अभियान 24 घंटे बाद भी जारी है।
कल गुरुवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे बदायूं प्रशासन को सूचना मिली कि ओरछी चौराहे के पास कोल्ड स्टोर का एक चेंबर फट गया, जिससे तमाम लोग दब गए। सूचना मिलते ही एसडीएम बिसौली ज्योति शर्मा, सीओ बिसौली पवन कुमार पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। मौके पर पहुंचने के बाद पता चला कि हादसा जहां हुआ है, वह इलाका संभल जिले में आता है, फिर भी सभी बचाव कार्य में जुट गए।
दीवार में स्पोर्ट के नहीं थे पुख्ता इंतजाम:- एसडीएम ने चेंबर के निर्माण कार्य को देखा तो पता चला कि चार मंजिला चेंबर की सपोर्ट को दीवार के सहारे कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए थे। लोहे के गार्डर दीवार में ही फंसा दिए गए थे। ऊपर से हर मंजिल पर कई टन आलू भंडारण था। इसलिए गर्डर हिले तो पूरा चेंबर ही भरभराकर गिर गया और उसमें काम कर रहे करीब 36 लोग दब गए। इसके बाद प्रशासन ने भी बचाव कार्य में अपनी भूमिका निभाई।एसडीएम बिसौली ने बताया कि प्रथम दृष्टया पता चला कि बिल्डिंग का जो भी भार था, उसकी सपोर्ट को दीवार के सहारे पिलर नहीं लगाए गए थे। दीवार में ही गर्डर फंसा दिए गए थे। गर्डर सपोर्ट मजबूत सपोर्ट पर टिके होते तो शायद यह हादसा नहीं होता। फिलहाल जो भी कार्रवाई है वह संभल प्रशासन ही करेगा। हम बचाव कार्य में मदद कर रहे हैं।
तीन थानों का फोर्स और नौ जेसीबी भेजीं गई थी:- फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र के बार्डर पर हुए हादसे के बाद स्थानीय प्रशासनिक मौके पर पहुंचा। एसडीएम ज्योति शर्मा ने नौ जेसीबी मलबा हटवाने के लिए मंगवाईं तो सीओ बिसौली पवन कुमार के निर्देश पर इस्लामनगर, फैजगंज बेहटा और बिसौली पुलिस को मदद के लिए लगाया गया।बझेड़ा गांव के भी मजदूर फंसे:- हादसे में देर शाम जब सभी मजदूरों के नामों का मिलान किया गया तो पता चला कि फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र के गांव बझेड़ा के भी मजदूर वहां काम कर रहे थे, वह भी दबे हुए हैं। देर शाम तक बझेड़ा निवासी निवासी सोमपाल व नरोत्तम पल्लेदार के नाम सामने आए। इसकी सूचना मिलते ही उनके परिजन भी रोते-बिलखते मौके पर पहुंच गए। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मृतकों में बदायूं जिले के कितने लोग हैं।