मस्जिद पर शिवालय का दावा पर जन्मी थी रजिया सुल्तान,जामा मस्जिद पर हुआ है नीलकंठ महादेव मंदिर का दावा, दोनों पक्ष मान रहे, यहीं जन्मी थी पहली महिला शासक।
मस्जिद पर शिवालय का दावा पर जन्मी थी रजिया सुल्तान,जामा मस्जिद पर हुआ है नीलकंठ महादेव मंदिर का दावा, दोनों पक्ष मान रहे, यहीं जन्मी थी पहली महिला शासक।
जयकिशन सैनी
बदायूं। जिस जामा मस्जिद पर नीलकंठ महादेव मंदिर का दावा अदालत में पेश किया गया है। उस परिसर में देश की पहली महिला मुस्लिम शासक रजिया सुल्तान का जन्म हुआ था। हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्ष इस तथ्य को मानते हैं। इतिहासकार भी यह कहते हैं कि रजिया सुल्तान का जन्म इसी परिसर में हुआ था। यह परिसर मंदिर था या मस्जिद यह फैसला अदालत करेगी।
गुलामवंश के वक्त का है प्रकरण
यह पूरा प्रकरण गुलामवंश के दौर का है। इतिहासकारों के मुताबिक मुगल शासक शमसुद्दीन अल्तमश की बेटी रजिया सुल्ताना का इसी परिसर में जन्म हुआ था। इतिहासकार डॉ. मुजाहिद नाज के मुताबिक अल्तमश ने अपनी बेटी के जन्म के मौके पर इस मस्जिद का निर्माण 1200 ईसवी में कराया था। इधर, हिंदूपक्ष का दावा है कि मंदिर की प्रकृति बदलकर इसे मस्जिद का रूप दिया गया था। यहीं रजिया सुल्तान की पैदाइश हुई थी।
ये थीं रजिया सुल्ताना
इतिहासकारों के मुताबिक रजिया सुल्ताना पहली महिला मुस्लिम शासक थीं। उसने 1236 ईसवी से 1240 तक दिल्ली सल्तनत पर शासन करते हुए गद्दी संभाली थी। इसी बीच रजिया ने पर्दा प्रथा खत्म करते हुए मुंह खोलकर दरबार में बैठने से लेकर युद्ध तक लड़ा था। रजिया सुल्ताना की कैथल में डकैतों से मुठभेड़ के दौरान मौत की बात कही जाती है। क्योंकि उस वक्त सेना ने रजिया का साथ छोड़ दिया था।
15 सितंबर को रखेंगे पक्ष
मस्जिद की इंतजामिया कमेटी के लोग इस मसले पर 15 सितंबर को अपना पक्ष सिविल कोर्ट में रखेंगे। फिलहाल इंतजामिया कमेटी हर आरोप को सिरे से नकार रही है। जबकि हिंदू पक्ष मस्जिद के बंद कमरों में साक्ष्य मौजूद होने का दावा कर रहा है।