दो दिन में 45 भेड़ों को मार चुका है अज्ञात जंगली जानवर
वजीरगंज क्षेत्र के रोटा गांव में 45 भेड़ों को मारने वाले जंगली जानवर का शुक्रवार को भी सुराग नहीं लग सका। वन विभाग के अधिकारी यह तक पता नहीं लगा सके हैं कि आखिर भेड़ों को किस जानवर ने मारा था। ग्रामीण भालू होने का दावा कर रहे हैं लेकिन वन विभाग इसकी भी पुष्टि नहीं कर रहा है।
(दहशत) दो दिन में 45 भेड़ों को मार चुका है अज्ञात जंगली जानवर, ग्रामिणों में दहशत का माहौल-
जंगली जानवर की जानकारी जुटाने के लिए वन विभाग ने जंगल में लगवाए सीसीटीबी कैमरे,
बदायूं| वजीरगंज क्षेत्र के रोटा गांव में 45 भेड़ों को मारने वाले जंगली जानवर का शुक्रवार को भी सुराग नहीं लग सका। वन विभाग के अधिकारी यह तक पता नहीं लगा सके हैं कि आखिर भेड़ों को किस जानवर ने मारा था। ग्रामीण भालू होने का दावा कर रहे हैं लेकिन वन विभाग इसकी भी पुष्टि नहीं कर रहा है।
जंगली जानवर रोटा गांव के विनोद कुमार की 45 भेड़ों को मार चुका है। पांच मार्च को उसने 25 भेड़ों को मार डाला था। आठ मार्च को 20 भेड़ों को और मार दिया। फिर भी वन विभाग के अधिकारी अलर्ट नहीं हुए। जब डीएम मनोज कुमार और एसडीएम ज्योति शर्मा ने वन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी। वन विभाग के अधिकारियों को पत्र भेजा गया। तब गुरुवार को वन विभाग के अधिकारी हरकत में आए। उन्होंने पीलीभीत से एक पिंजड़ा मंगवाया। उसे रोटा गांव के जंगल में लगा दिया गया है। कुछ सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। वहीं अज्ञात जानवर को लेकर ग्रामीणों में दहशत है।
नहीं मिले जानवर के पगचिन्ह:- रातभर अधिकारी जानवर को तलाशने का दावा करते रहे लेकिन शुक्रवार शाम तक सारे प्रयास विफल रहे। डिप्टी रेंजर हासिर खान ने बताया कि टीम अपना काम कर रही है। अभी यह पता नहीं चला है कि आखिर कौन सा जानवर था। उसके पगचिह्न नहीं मिले हैं।
एसडीएम बिसौली ज्योति शर्मा ने कहा कि रोटा गांव में जंगली जानवर दो बार हमला कर चुका है। अगर उसे भेड़ नहीं मिलेगी या कोई और जानवर नहीं मिलेगा तो वह लोगों पर हमला करेगा। इसमें वन विभाग की लापरवाही रही। पत्र देने पर ही गांव में पिंजड़ा लगवाया गया। अगर सख्ती से काम लिया होता तो शायद जानवर पकड़ा जाता।