डीएम जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ जिला स्वास्थ समिति एवं विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत बैठक आयोजित की।
डीएम जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ जिला स्वास्थ समिति एवं विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत बैठक आयोजित की।
डीएम ने निर्देश दिए कि जननी सुरक्षा योजना अंतर्गत मिलने वाली धनराशि का भुगतान लाभार्थियों के खाते में तत्काल प्रभाव से भेजी जाएं कोई भी लंबित भुगतान न रहे।
जयकिशन सैनी
बदायूँ। जिलाधिकारी दीपा रंजन ने मुख्य विकास अधिकारी ऋषि राज मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रदीप वाष्र्णेय, अन्य संबंधित अधिकारियों एवं चिकित्सकों के साथ शुक्रवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में जिला स्वास्थ समिति एवं विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के संबंध में बैठक आयोजित की।
बैठक में डीएम ने निर्देश दिए कि नियमित रूप से टीकाकरण के सेशन किए जाएं, आशा एवं एएनएम के माध्यम से घर-घर जाकर टीकाकरण कराएं। लापरवाही करने वाली आशाओं को बाहर का रास्ता दिखाया जाए एवं अच्छा कार्य करने वाली आशाओं को सम्मानित किया जाए। टीकाकरण में दातागंज की स्थिति खराब पाए जाने पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि टीकाकरण की गति बढ़ाने के लिए ग्राम प्रधान आशा एएनएम आदि के साथ बैठक आयोजित की जाए।
डीएम ने निर्देश दिए कि जननी सुरक्षा योजना अंतर्गत मिलने वाली धनराशि का भुगतान लाभार्थियों के खाते में तत्काल प्रभाव से भेजी जाएं कोई भी लंबित भुगतान ना रहे। आशा डिलीवरी के लिए गर्भवती महिलाओं को बैंक खाता सहित उनके अभिलेखों के साथ लाएं, जिससे इस योजना अंतर्गत लाभार्थी को समय से भुगतान किया जा सके। गर्भवती महिलाओं एवं नवजात शिशु का टीकाकरण एवं चेकअप समय से नियमानुसार किए जाएं। विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अंतर्गत उन्होंने निर्देश दिए कि आशा आंगनवाड़ी घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करें कि घर में जलभराव ना होने दें मच्छर न पनपने दें, पूरी आस्तीन के कपड़े पहने, कूलर आदि का पानी बदलते रहे एवं साफ सफाई का विशेष ख्याल रखें। बुखार आदि के लक्षण होने पर निकट के सीएससी पीएचसी एवं जिला अस्पताल में चेकअप एवं उपचार कराएं।डीएम ने डीआईओएस एवं बीएसए को निर्देश दिए हैं कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के संबंध में विद्यार्थियों को जागरूक करें एवं उनसे कहे कि अपने परिवार एवं आस पड़ोस में भी इसके संबंध में जागरूक करते रहें। डीएम ने जिला मलेरिया अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा शिविर लगाकर लोगों की जांच करें एवं सकारात्मक पाए जाने पर उनका उपचार करे। मलेरिया पीएफ एवं पीवी पॉजिटिव वाले गांवों में डीपीआरओ विशेष सफाई कराएं एवं टीम को समय से वहां भेजें। एंटी लारवा का छिड़काव एवं फागिंग नियमित रूप से होती रहे। इस अवसर पर संबंधित अधिकारी एवं चिकित्सक मौजूद रहे।