Bulandshahar :ब्लॉक अधिकारियों की लापरवाही,घंटों तड़पती रही गाय नहीं मिला उपचार ।
ब्लॉक अधिकारियों की लापरवाही,घंटों तड़पती रही गाय नहीं मिला उपचार ।
ऊँचागांव संवाददाता धर्मवीर निगम
बुलंदशहर
ऊंचागांव ब्लॉक परिसर में बुद्धवार की रात को आवारा पशुओं द्वारा एक गाय पर हमला कर दिया जिससे गाय ब्लॉक परिसर में आरसीसी रास्ते के दोनों तरफ बने नालों के बीच पैर धंस गया और बुरी तरह से चोटिल हो गई जैसे गोवंश पूरी तरह से घायल हो गई गोवंश के दोनों आगे की टांग टूट गई कई घंटों तक पुलिस चौकी ऊंचागांव पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उसकी देखरेख कर आवारा सांडों से बचाया सुबह होने के बाद पुलिसकर्मियों ने ग्राम प्रधान व ब्लॉक अधिकारियों को सूचित किया लेकिन किसी ने उनकी भी एक न सुनी उसके बाद घंटों तडपती रही गाय ।
पुलिसकर्मियों ने पशुधन प्रसार अधिकारी को फोन करके सूचित किया तो पशु चिकित्सक ने मौके पर पहुंचकर घायल गोवंश का उपचार किया पशुधन प्रसार अधिकारी कुलदीप कुमार ने बताया कि हमने सूचना मिलने के साथ ही घायल गोवंश का कई बार स्थिति देखकर उपचार किया है पहले से कुछ आराम है। और जैसी भी सूचना हमें मिलेगी हम समय-समय पर घायल गोवंश का उपचार करते रहेंगे लोगों ने बताया कि ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी को सुबह 10:00 बजे के आस पास सूचित कर दिया गया था। लेकिन 3:00 बजे तक भी किसी भी ब्लॉक अधिकारी ने घायल गोवंश की तरफ मुड़ कर नहीं देखा इससे साफ हो रहा है
कि विकासखंड ऊंचागांव के समस्त अधिकारी घायल गोवंश एवं क्षेत्र में घूम रहे और किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे गोवंश ओं की तरफ कोई ध्यान नहीं है कोई गोवंश अगर घायल या चोटिल हो जाता है तो उसकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा विकास खण्ड ऊंचागांव के मीटिंग हॉल के सामने पड़ी घायल गोवंश की तरफ सुबह से ध्यान नहीं गया ब्लॉक परिसर में घायल अवस्था में पड़े गोवंश की वीडियो वायरल सोशल मीडिया पर हुई तो ग्राम प्रधान व ब्लाक अधिकारियों ने आनन-फानन में गाड़ी मंगवा कर घायल गाय को नरसैना गौशाला में भिजवा दिया है।
गौवंश की आगे की दोनों टाँगे बेकार हो गई हैं। जिसको पशु चिकित्सकों द्वारा उपचार किया गया है। गौवंश पूरी तरह से खून से लथपथ थी। गौवंश उपचार के बाद भी बारिश में ही पड़ी रही किसी भी ब्लॉक के जिम्मेदार ने ध्यान नहीं दिया। और भरी बारिश में तड़पती रही। सोसल मीडिया पर घायल गौवंश का वीडियो वायरल होते ही। गौवंश को शाम लगभग चार नरसैना गौशाला में भिजवाया गया।