बंदरों के आतंक से जंगल में किसान ,घरों में लोग परेशान, प्रसाशन मोन
बंदरों के आतंक से जंगल में किसान ,घरों में लोग परेशान, प्रसाशन मोन
समर इडिया: कृष्णा जी ब्यूरो चीफ
बुलंदशहर जनपद भर में लोग बंदरों के आतंक से परेशान हैं
बताते चलें जंगलों में बंदरों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कोई भी फसल अब जंगलों में हो नहीं सकती आलू को उखाड़ उखाड़ कर फेंकते हैं बंदर गन्ने की खेती को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं बंदर किसान इनके पीछे डंडा लेकर चले तो बंदरों का हमला किसान अपनी जान बचाने को भाग खड़ा हो जाता है
बंदरों के आतंक से दर्जनों से अधिक लोग पूर्व में भी खानपुर स्याना बीबीनगर बुगरासी और आसपास के जंगल में बंदरों का बड़ा आतंक है वहीं दूसरी तरफ बुगरासी चौकी क्षेत्र के गांव रूखी भगवान पुर हयातपुरा बसी बागर में भारी आतंक है बंदरों का । और वही दूसरी तरफ औरंगाबाद में बंदरों के आतंक से लोग परेशान है। बंदर आने जाने वालों को रोक कर सामान छीन ले जाते हैं। बंदरों के आतंक से स्कूली बच्चे डर के साए में रह रहे हैं।
मकानों की छतों पर जम कर उत्पात मचाते हुए
टंकियों के ढक्कन खोल कर उसके पानी में जम कर नहाते है। यदि कोई उन्हें भगाने जाए तो वह उसे काटने के लिए दौड़ते है। इसके अलावा बंदर छतों पर सुखाने के लिए लटकाए गए कपड़ों को भी फाड़ देते है। सबसे अधिक बंदरों का आतंक मोहल्ला टीचर कॉलोनी, जहांगीराबाद रोड, बिजली घर, मोहल्लों में है। यहां बंदरों के उत्पात से सभी आतंकित है। आज बिजली घर के पीछे कपड़े सुखाने छत पर गई महिला को बंदरो ने दौड़ा लिया बंदरों के हमले से बाल-बाल बची महिला को छत पर उसके पति ने जाकर किसी प्रकार बचाया साथ ही बंदर छत पर सूख रहे कपड़े भी फाड़ गए।
कस्बावासी धर्मवीर सिंह, पिंटु ठाकुर, रवि वर्मा, नीरज,रामू आदि ने बताया कि बंदरों का आतंक काफी अधिक बढ़ गया है। घर की छतों पर रखी पानी की टंकियों के ढ़क्कन तोड़ कर उसमें नहाते है बिजली घर और सरकारी बैंक, के निकट भी बंदरों का खूब आतंक है। राहगीर स्कूली बच्चों का यहां से गुजरना मुश्किल हो गया है। कस्बावासियों ने मांग की है कि प्रशासन इन बंदरों की हरकतों पर अंकुश लगायें ।