Pilibhit: जेल पहुंचे मलेरिया अधिकारी ने , बंदियों को खिलाई फाइलेरिया दवा।

जेल पहुंचे मलेरिया अधिकारी ने , बंदियों को खिलाई फाइलेरिया दवा।
जिला कारागार के 900 कैदियों को खिलाई गई फाइलेरिया रोधी दवा
समर इंडिया के लिए पीलीभीत से अजय पाल सिंह की रिपोर्ट
राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित सर्वजन दवा वितरण (एमडीए) अभियान में शुक्रवार को जिला जेल के 1100 बंदियों में से 900 कैदियों को उम्र एवं वजन के अनुसार फाइलेरिया से बचाव के लिए डीईसी और एल्बेंडाजोल दवा खिलाई गई।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. राजीव ने बंदियों को बताया कि फाइलेरिया रोग के दुष्परिणाम 5 से 15 साल बाद दिखते हैं। शुरू में इसके कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं और जब यह मच्छर किसी फाइलेरिया ग्रस्त व्यक्ति को काटता है तो वह संक्रमित हो जाता है और जब यही मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो फाइलेरिया के परजीवी रक्त के जरिए उसके शरीर में प्रवेश कर उसे भी फाइलेरिया से ग्रसित कर देते हैं।

इस बीमारी से हाथ, पैर, स्तन और अंडकोष में सूजन पैदा हो जाती है।
सूजन से फाइलेरिया प्रभावित अंग भारी हो जाता है और दिव्यांगता जैसी स्थिति बन जाती है। प्रभावित व्यक्ति का जीवन अत्यंत कष्टदायक हो जाता है। यह एक लाइलाज बीमारी है, इस बीमारी से बचाव के लिए वर्ष में एक बार पांच साल तक दवा खाना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि जनपद में 27 फरवरी तक फाइलेरिया उन्मूलन एमडीए अभियान चलाया जा रहा है। कुछ बंदियों ने फाइलेरिया से जुड़ी समस्याओं को साझा किया जिसके लिए उन्हें आवश्यक परामर्श दिया गया।
सरकारी स्कूल में पेड़ों की नीलामी। 75000 लगी अंतिम बोली।।
डीएमओ ने बताया कि फाइलेरिया का परजीवी शरीर में प्रवेश करने के पांच से पंद्रह साल तक कभी भी अटैक कर सकता
इससे शरीर का लटकता हुआ भाग जैसे हाथ पैर पुरुषों में अंडकोष हाइड्रोसील, महिलाओं में स्तन के आकार में परिवर्तन जैसी समस्या हो सकती है | यह एक लाइलाज बीमारी है साल में एक बार दवा का सेवन करने से इससे बचा जा सकता है।
फाइलेरिया इस्पेक्टर राज कुमार ने बताया कि 2 गर्भवती महिलाएं और 9 माह के बच्चे को छोड़कर 1100 में से 900 कैदियों को दवा खिलाई जा चुकी है बाकी बचे हुए कैदियों को आज दवा खिलाई जाएगी।
इस मौके पर मलेरिया अधिकारी डॉ. राजीव मौर्य वायुलॉजिस्ट देवेंद्र कुमार , मलेरिया इंस्पेक्टर राजकुमार, सुपरवाइजर रतन कुमार और और पुलिस विभाग के कर्मचारी भी मौजूद रहे|