Wild boar: जंगली सुअर का शिकार करने आए शिकारियों को दबोचा
शिकारियों के पास से पिकअप वाहन जाल, डंडे व शिकार मे साथ देने बाला पालतू कुत्ता भी हुआ बरामद

Wild boar का शिकार करने आए पांच युवकों को वन विभाग ने धर दबोचा, मुकदमा दर्ज
शिकारियों के पास से पिकअप वाहन जाल, डंडे व शिकार मे साथ देने बाला पालतू कुत्ता भी हुआ बरामद
बदायूं। Wild boar का शिकार करने आए पांच युवकों को वन विभाग की टीम ने धर दबोचा। इनके पास से पिकअप वाहन समेत जाल, डंडे आदि सामान बरामद हुआ है। वहीं शिकार में साथ देने वाला पालतू कुत्ता भी इन शिकारियों के पास से मिला है।

शिकारियों के खिलाफ वन विभाग की ओर से सिविल लाइन थाने में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत एफआईआर देर रात दर्ज की जा रही थी। शहर से दातागंज रोड पर स्थित आमगांव के जंगल में शिकारियों द्वारा जंगली सुअरों को पकड़कर उनका वध करने की सूचना आम हुई तो कई लोगों ने वन विभाग को इसकी जानकारी दी।
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शुरुआत में अफसरों से लेकर वनरक्षक तक पूरे मामले को दबाए रहे,
लेकिन लोग आक्रोशित हुए तो टीम को वहां पहुंचना पड़ गया। मौके से टीम ने 5 युवकों को पकड़ा जो कि शिकार की तलाश में निकले थे, शुरुआत में उन्हें टीम मूसाझाग थाने ले गई, लेकिन घटनास्थल सिविल लाइंस का होने के कारण उन्हें बाद में यहां ले आया गया।
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वन विभाग के जिम्मेदार मुकदमा थाने में दर्ज कराने की तैयारी कर चुके थे।
जबकि पुलिस का कहना था कि मुकदमा दर्ज करने का अधिकार वन विभाग को खुद भी है। ऐसे में भला थाने में एफआईआर दर्ज कराने का क्या उद्देश्य है। इसको लेकर पुलिस और वन विभाग के जिम्मेदारों के बीच रार भी हुई। हालांकि बाद में पुलिस ने पांचों के खिलाफ देर रात एफआईआर दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी।
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युवक ने बदल दिया बयान:-
बताया जाता है कि एक Wild boar को इन शिकारियों ने मार गिराया था, लेकिन मामला को दबाने के लिहाज से वन विभाग के जिम्मेदारों ने सुअर के शव को छिपा दिया। वहीं, पूरा घटनाक्रम कबूल रहे शिकारी को भी खामोश करा दिया। कुल मिलाकर वन विभाग अपनी खामी छुपाता नजर आया। इसकी एक वजह यह भी है
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कि पिछले दिनों तेंदुए के शव को जंगली बिल्ली बताकर अफसर अभी तक विभागीय जांच में उलझे हुए हैं। एसएचओ सिविल लाइंस गौरव बिश्नोई ने बताया कि वन विभाग की ओर से तहरीर मिली है पांचों के खिलाफ मुकदमा लिखा जा रहा है।